दुमका (DUMKA): कफ सिरप वैसे तो एक प्रकार की दवाई है, लेकिन नशे के सौकीन लोगों के लिए यह शराब से भी बहुमूल्य है. क्योंकि इसका सेवन करने से एक तरफ जहां नशा का सुरूर छाता है. वहीं मुह से दुर्गंध भी नहीं आता है. यही वजह है कि युवा पीढ़ी के बीच कफ सीरप का प्रचलन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पीने वाले इसके दुष्प्रभाव से बेपरवाह होकर पीते है. तभी तो सरकार ने कुछ कफ सिरफ को प्रतिबंधित कर रखा है. इसके बाबजूद दुमका में प्रतिबंधित कफ सिरप का अवैध कारोबार फल फूल रहा है. समय-समय पर इसका खुलाशा भी होता है.
भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद
पिछले वर्ष दुमका के मुफ़स्सिल और नगर थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप पकड़ाया था. और इसमें शामिल लोगों को जेल भी भेजा गया था. लेकिन एक बार फिर पुलिस द्वारा कफ सिरफ बरामद किया गया है. ताजा मामला दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र का है. जहां शुक्रवार की देर रात हंसडीहा पुलिस ने बड़ी कारवाई करते हुए थाना क्षेत्र के हथगड़ मोहल्ले से भारी मात्रा में ओनेरेक्स नामक प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया है. इसकी जानकारी देते हुए हंसडीहा थाना परिसर के एसडीपीओ शिवेंद्र ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि हंसडीहा स्थित चांद मेडिकल हाल के संचालक मो. इसराइल अंसारी द्वारा हथगढ़ निवासी राजेश रंजन के आवासीय मकान में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप रखा गया है. सूचना पर एसपी द्वारा जरमुंडी एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम जा गठन किया गया. टीम द्वारा पहले चांद मेडिकल हाल में छापेमारी की गई, जहाँ से प्रतिबन्धित कफ सिरप बरामद किया गया.
7 लाख का प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद
जिसके बाद मेडिकल हाल के संचालक की निशानदेही पर हथगढ़ निवासी राजेश रंजन के आवासीय परिसर में छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया गया. उन्होंने बताया कि 43 पेटी में कुल 5160 बॉटल ओनेरेक्स नामक कफ सिरप बरामद किया गया. जिसकी कीमत 7 लाख 74 हजार रुपए है. इस मामले में पुलिस ने मेडिकल हाल के संचालक मो. इसराइल और मकान मालिक हथगढ़ निवासी राजेश रंजन को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि जहां भी इस तरह के कारोबार की जानकारी मिलेगी, पुलिस अवश्य ही कार्यवाई करेगी.
सवाल उठता है कि कफ सिरप के अवैध कारोबार का तार कहीं बिहार से जुड़ा हुआ तो नहीं? क्योंकि हंसडीहा थाना क्षेत्र की सीमा बिहार के बांका जिला से लगती है. बिहार में शराबबंदी है और कई बार हंसडीहा पुलिस द्वारा शराब तस्करी का मामला उजागर किया गया है. शराब तस्करी का भंडा फोड़ होने के बाद कहीं तस्कर शराब के बदले हंसडीहा से दवाई के रूप में प्रतिबन्धित कफ सिरप की तस्करी में शामिल तो नहीं हो गया.
रिपोर्ट. पंचम झा