दुमका(DUMKA): नक्सलवाद के खिलाफ दुमका पुलिस को आज दोहरी सफलता हाथ लगी. एकतरफ जहां शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में तबाही का सामान बरामद किया गया. वहीं काठीकुंड थाना क्षेत्र में एक सड़क निर्माण कंपनी से माओवादी के नाम पर लेवी मांगने वाले दो अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी अंबर लकड़ा ने इसकी जानकारी दी.
एसएसबी के सहयोग से पुलिस ने शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के केरकेट्टा पहाड़ पर नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए विस्फोटक बरामद किया है. पुलिस को स्थल से 200 पीस नियोजेल, 411 पीस इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, पीएलजीए का 18 पीस बैज, 31 पीस माओवादी बैज, 50 मीटर कॉर्ड्स वायर, नया प्रभात नामक 27 पीस नक्सली साहित्य बरामद किया गया.
5 करोड़ 70 लाख रुपए की लेवी की मांग की गई
वहीं दूसरी तरफ काठीकुंड प्रखंड से रामगढ़ प्रखंड को जोड़ने के लिए लगभग 22 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. कैमेक इंजिनियर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी द्वारा लगभग ₹57 करोड़ की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. कुछ दिन पूर्व प्रोजेक्ट मैनेजर को भाकपा माओवादी के नाम पर सड़क निर्माण के बदले 5 करोड़ 70 लाख रुपैया बतौर लेवी की मांग की गई थी. इस बाबत ना केवल पर्चा दिया गया था बल्कि बार-बार फोन कर भी लेवी की मांग की जा रही थी. 3 जनवरी को इस मामले में काठीकुंड थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनका नाम अजीत मरांडी तथा अनिल पासवान. अजीत मराठी काठी कुंड थाना क्षेत्र का रहने वाला है जबकि अनिल पासवान बिहार के जमुई जिला का. अनिल पासवान का पूर्व का भी आपराधिक इतिहास रहा है. प्रेस वार्ता में एसपी अंबर लकड़ा ने कहा कि इस मामले में पुलिस का अनुसंधान अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि इस मामले के दो आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है जिसकी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है.
“क्षेत्र में नक्सलवाद है या नहीं है, यह कहना मुश्किल है”
प्रेस वार्ता के दौरान एसएसबी के कमांडेंट एमके पांडे ने कहा कि विचारधारा की लड़ाई है. क्षेत्र में नक्सलवाद है या नहीं है, यह कहना मुश्किल है, लेकिन इतना जरूर है कि ग्रामीणों से जो नक्सलियों को सहयोग मिलता था उसमें कमी आई है और जब तक विचारधारा में परिवर्तन नहीं होता है, तब तक पुलिस का अभियान जारी रहेगा. उन्होंने राह भटक चुके युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है.
सचमुच आज का दिन दुमका पुलिस के लिए उपलब्धियों भरा रहा. काफी अर्से बाद पुलिस ने नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए तबाही के सामान को बरामद किया तो वहीं माओवादी के नाम पर लेवी मांग कर लोगों में दहशत फैलाने की जो योजना आपराधिक गिरोह द्वारा बनाई गई थी. उसके मंसूबे को भी नाकाम कर दिया गया है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका