दुमका (DUMKA): झारखंड में ऐसे नटवरलाल की कमी नहीं जो सरकार को राजस्व का चूना लगाने का कोई मौका चूकते नहीं. सूत्रों की माने तो दुमका जिला प्रशासन एक ऐसे गिरोह का उद्भेदन करने में सफल रही है जो फर्जी चालान बनाकर जिले से खनिज संपदा को सड़क मार्ग से बाहर भेजते थे.
यह है मामला
दरअसल उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश पर एसडीओ कौशल कुमार और एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी एक मामले की जांच के लिए दिग्घी गए थे. रिंग रोड पर एक स्टोन चिप्स लोड ट्रक को रोककर अधिकारियों ने जब उससे चालान की मांग की तो चालक ने जो चालान प्रस्तुत किया उसे देखकर अधिकारियों को कुछ शक हुई. शक के आधार पर चालक को हिरासत में लिया गया. चालक से इस बात की जानकारी ली गई कि उसने कहां से चालान कटवाया है. चालक के बताए अनुसार प्रशासन ने काठीकुंड थाना क्षेत्र के एक होटल संचालक के साथ - साथ शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से भी एक व्यक्ति को हिरासत में लिया. जानकार बताते हैं कि मोबाइल ऐप के माध्यम से फर्जी चालान निर्गत कर अपने एजेंट के माध्यम से ट्रक चालकों को उपलब्ध कराया जाता था. पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. उम्मीद है एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश होगा और कई सफेदपोश इसमें बेनकाब होंगे.
रिपोर्ट: पंचम झा