दुमका(DUMKA):लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व दुमका रेलवे स्टेशन परिसर से कोल डंपिंग यार्ड की शुरुआत हुई. पाकुड़ से सड़क मार्ग से कोयला दुमका रेलवे स्टेशन के समीप डंप किया जाता है. जहां से गुड्स ट्रैन से उसे देश के अन्य जगहों पर भेजा जाता है.डंपिंग यार्ड चालू होने से रसिकपुर सहित आस पास के लोग काफी परेशान हैं, लेकिन इनकी समस्या का समाधान नहीं हो है. थक हारकर लोग रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर में धरना पर बैठ गए. सघन अधिवास वाले क्षेत्र से कोयला डंपिंग यार्ड हटाने को लेकर रसिकपुर वासियों ने आंदोलन की शुरुआत कर दी है.
लोगों ने कहा जब तक कोयला साइडिंग को नहीं हटाया जाएगा आंदोलन चलता रहेगा
लोगों की मांग है कि जब तक यहां से कोयला साइडिंग को नहीं हटाया जाएगा यह आंदोलन चलता रहेगा. धरना पर बैठे रवि शंकर मंडल ने बताया कि कोयला साइडिंग से होने वाले वायु प्रदूषण से रसिकपुरवासी तो प्रभावित हो ही रहे हैं, साथ ही आस पास के दस से बारह गांव भी काफी प्रभावित हैं. चिंता की बात यह है कि अब इसका असर बच्चों और बुजुर्ग महिला और पुरूषों पर भी हो रहा है. बताया कि वायु प्रदुषण की गंभीरता को देखते हुए और एनजीटी के नियमों को दरकिनार करने के लिए कार्यकारी एजेंसी बीजीआर पर दस करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया, बावजूद कंपनी अपनी मनमानी पर अंकुश लगाने के बजाय अनवरत कार्य जारी रखा है.
तीन वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं रसिकपुर वासी
वहीं धरने पर बैठे मनोज सिंह मेलर कहा कि 3 वर्ष पूर्व दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में कोल डंपिंग यार्ड बनेगा तभी से लोग इसका विरोध कर रहे हैं. लेकिन विरोध को दर किनार कर डंपिंग यार्ड को चालू कर दिया गया. अब रसिकपुर के महिला पुरुष इस लड़ाई में साथ साथ हैं. इसलिए सभी महिलाएं काम काज छोड़ कर धरना पर बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि दुमका स्टेशन से कोयला साइडिंग हटाना ही होगा, अन्यथा आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा. वायु प्रदुषण को लेकर संबंधित कंपनी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिसके कारण रसिकपुर और आस पास के ग्रामीण परेशान हैं.
कोयला डंपिंग यार्ड से शिक्षण संस्थान भी हो रहे प्रभावित
दुमका रेलवे स्टेशन पर कोयला डंपिंग यार्ड चालू होने से आस पास बने विद्यालय और अन्य शिक्षण संस्थान भी प्रभावित हो रहे हैं. दूरी पर दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज, राजकीय पोलिटेकनिक, एएन कॉलेज सहित कई निजी विद्यालय संचालित है। जिसमें पढ़ने वाले बच्चे और नव युवकों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है.दुमका रेलवे स्टेशन परिसर कोयला डस्ट से भरा रहता है, जिसका असर आने जाने वाले यात्रियों पर पड़ रहा है.धरना पर बैठे हुए रवि शंकर मंडल और मनोज सिंह मेलर ने कहा कि इस बाबत ध्यान आकृष्ट कराने के लिए जीएम कोलकाता, प्रदुषण विभाग और उपायुक्त दुमका को ज्ञापन सौंपा जाएगा. धरना में संजय मंडल, हेमंत श्रीवास्तव, गिरधारी झा के साथ कई लोग उपस्थित थे.
रिपोर्ट-पंचम झा