दुमका(DUMKA):20 जनवरी को रांची स्थित सीएम आवास में ईडी की टीम ने जमीन घोटाला मामले में पूछताछ की.आवास में घंटों पूछताछ चलती रही तो आवास के बाहर झामुमो कार्यकर्ता डटे रहे. किसी अनहोनी की आशंका थी, लेकिन सब कुछ शांति से हो गया. सवाल उठता है कि यह शांति किसी तूफान का संकेत तो नहीं? खैर,इस सवाल का जबाब तो समय आने पर मिलेगा लेकिन इतना तो सत्य है कि पूरे राज्य में झामुमो कार्यकर्ता ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने को बेताब दिख रही है.कार्यकर्ताओं के आक्रोश की झलक 2 फरवरी को दुमका में देखने को मिलेगा.रविवार को दुमका क्लब में आयोजित झामुमो की प्रमंडल स्तरीय बैठक में वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी ने अपने संबोधन में इसके संकेत दे दिया.उन्होने कार्यकर्ता हर वक्त रांची चलने के लिए तैयार रहें, कभी भी कुछ भी हो सकता है.
45 वर्षो से झामुमो 2 फरवरी को दुमका के गांधी मैदान में झारखंड दिवस मनाती है
दरअसल 45 वर्षो से झामुमो 2 फरवरी को दुमका के गांधी मैदान में झारखंड दिवस मनाती है. एक तरह से देखा जाए तो यह तिथि संथाल परगना प्रमंडल में झामुमो का स्थापना दिवस है. कार्यक्रम शाम से शुरू होकर पूरी रात तक चलती है.दिसोम गुरु शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन को सुनने पूरे प्रमंडल के झामुमो नेता और कार्यकर्ता कड़ाके की ठंढ में भी पूरी रात गांधी मैदान में डटे रहते हैं. 2 फरवरी आने वाला है और झारखंड दिवस को सफल बनाने के उद्देश्य से ही रविवार को पार्टी की प्रमंडलीय बैठक आयोजित की गई. बैठक में प्रमंडल के सभी 6 जिलों से पार्टी पदाधिकारी, नेता और कई विधायक शरीक हुए.
2 फरवरी को गांधी मैदान से पार्टी चुनाव का शंखनाद करेगी
अपने संबोधन में वक्ताओं ने स्पष्ट कहा कि वर्ष 2024 चुनावी वर्ष है. 2 फरवरी को गांधी मैदान से पार्टी चुनाव का शंखनाद करेगी. इसलिए कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. वक्ताओं के निशाने पर केंद्रीय जांच एजेंसी और केंद्र की मोदी सरकार रहे. झामुमो के वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी ने कहा कि हमलोगों को तैयार रहना होगा. किस तरह से एजेंडा चला रहे हैं.2 फरवरी को झामुमो लोक सभा चुनाव का एलान करेगी.उन्होंने कहा कि यह चुनावी वर्ष है. लोक सभा के बाद विधान सभा का चुनाव होगा.
स्टीफन मरांडी ने कार्यकर्ताओं से अपील किया कि 24 घंटे तैयार रहें
स्टीफन मरांडी ने कार्यकर्ताओं से अपील किया कि 24 घंटे तैयार रहें, कभी भी रांची जाना पड़ सकता है.कुछ भी हो सकता है. केंद्र सरकार कुछ भी कर सकती है. 2 फरवरी को मुस्तैदी से हम रुतबा दिखा दें कि हम तैयार बैठे है, उन्होंने कहा कि हम लोग डरने वाले नहीं हैं.आंदोलन से यह राज्य लिए हैं. बातों ही बातों में उन्होंने आर्थिक नाकेबंदी तक कि बात कह डाली, कहा कि बहुत आंदोलन किए हैं, नाकाबंदी किए है.
स्टीफन मरांडी ने कहा झामुमो को अपनी ताकत का एहसास केंद्र सरकार को करानी है
आंदोलन से ही बताएंगे कि झामुमो क्या चीज है, उन्होंने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की भी अपील की, कहा कि पश्चिम बंगाल की तरह ना करें, प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध होनी चाहिए. ताकि केंद्र सरकार तक हमारी ताकत का एहसास हो. 2 फरवरी को झामुमो के झारखंड दिवस में इस वर्ष प्रमंडल के सभी जिलों से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता गांधी मैदान पहुंचेंगे, क्योंकि चुनावी वर्ष होने के साथ साथ झामुमो को अपनी ताकत का एहसास केंद्र सरकार को करानी है. केंद्र सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसी के खिलाफ आक्रोश दुमका की सड़कों और देखने को मिलेगा.
रिपोर्ट-पंचम झा