दुमका (DUMKA) : दुमका के ऑफिसर्स क्लब में झारखंड मुक्ति मोर्चा का संथाल परगना प्रमंडल स्तरीय बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में मंत्री हफीजुल हुसैन, विधायक बसंत सोरेन, नलिन सोरेन, स्टीफन मरांडी, दिनेश विलियम मरांडी सहित प्रमंडल के सभी 6 जिलों से पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शरीक हुए. बैठक में 2 फरवरी को दुमका के गांधी मैदान में आयोजित होने वाले झारखंड दिवस समारोह की रूप रेखा और चर्चा हुई. कार्यकर्ताओ की राय जानने के बाद झारखंड दिवस धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया.
पर्व से कम नहीं है झारखंड दिवस
अपने संबोधन में विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि संथाल परगना प्रमंडल के झामुमो कार्यकर्ताओं के लिए 2 फरवरी किसी पर्व से कम नहीं है. पार्टी के लिए 2 फरवरी काफी अहम होता है. क्योंकि इस दिन मंच से पार्टी नेता यह बताते हैं कि राज्य की क्या स्थिति है. वे बताते हैं कि झारखंड किस दिशा की ओर जा रहा है और क्या होनी चाहिए. वही बातें हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव घूमकर लोगों को बताने का कार्य करते है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 2 फरवरी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2 वर्षों तक कोरोना के कारण सांकेतिक रूप से ही झारखंड दिवस मनाया गया और वर्ष 2024 चुनाव का वर्ष होगा. उस समय क्या परिस्थिति होगी, पता नहीं हम लोगों को परमिशन मिलेगा भी या नहीं, किस तरह का परमिशन मिलेगा. यह भी पता नहीं है इसलिए इस बार के 2 फरवरी की कीमत बहुत ज्यादा है क्योंकि आप की सरकार है और सरकार ने जो चुनावी वादे किए थे एक एक कर सभी वायदों को पूरा कर रही है, लेकिन उसकी जानकारी ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रही है और उसे पहुंचाना हम सबों की जिम्मेदारी है. विधायक बसंत सोरेन ने कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने का आह्वान किया.
होगा कार्यकर्ताओं का जुटाव
मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि दुमका में 2 फरवरी को झारखंड दिवस पूरी रात मनता है. दुनिया में कोई पार्टी ऐसी नहीं जो पूरी रात कार्यक्रम करता हो. यह हम लोगों के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि इस बर्ष 44 वां झारखंड दिवस हम लोग मनाने जा रहे हैं. पहले सूचनाओं के आदान-प्रदान का सीमित संसाधन था. लोगों तक पार्टी की सोच और कार्य नहीं पहुंच पाती थी. इसलिए 44 वर्ष पूर्व दिसोम गुरु शिबू सोरेन ने 2 फरवरी की तिथि निर्धारित की ताकि प्रमंडल के सभी कार्यकर्ता एकत्रित होंगे और गुरुजी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. गुरु जी का संबोधन पार्टी कार्यकर्ताओं को 1 वर्ष तक ऊर्जावान बनाए रखता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 2 फरवरी को गांधी मैदान में जितनी मजबूती से हम पेश आएंगे झामुमो और गुरुजी उतने मजबूत होंगे। हमारी सरकार 1932 का खतियान 27% ओबीसी आरक्षण, स्थानीय और नियोजन नीति का प्रचार नहीं कर रही है लेकिन यह जन जन तक पहुंचाना हम सबका दायित्व है.
गांधी मैदान में मनाया जाता है झारखंड दिवस
ज्ञात हो कि 2 फरवरी को झामुमो द्वारा दुमका के गांधी मैदान में झारखंड दिवस के रूप में मनाया जाता है. सामान्य बोलचाल की भाषा में लोग इसे झामुमो का स्थापना दिवस कह देते हैं, लेकिन अगर उस दृष्टिकोण से देखें तो संथाल परगना प्रमंडल के लिए यह तिथि झामुमो का स्थापना दिवस है जिसे पार्टी झारखंड दिवस के रूप में 43 वर्षों से मनाते आ रही है. यह 44 वां झारखंड दिवस होगा. विगत 2 वर्षों तक कोरोना के कारण झारखंड दिवस सांकेतिक रूप से ही मनाया गया. वैसे यह कार्यक्रम दोपहर से शुरू होकर पूरी रात तक चलता है. संथाल परगना प्रमंडल के सभी 6 जिलों से पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता एसपी कॉलेज मैदान से जुलूस की शक्ल में गांधी मैदान पहुंचते हैं. मंच पर पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन से लेकर पार्टी के तमाम वर्तमान और निवर्तमान विधायक, सांसद के साथ-साथ तमाम पार्टी पदाधिकारी एकत्रित होते हैं. सबसे अंत में दिसोम गुरु शिबू सोरेन का संबोधन होता है. इस कार्यक्रम को लेकर झामुमो कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह देखा जाता है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका