दुमका (DUMKA) : वर्ष 2024 में लोक सभा का चुनाव होना है. एक तरफ भाजपा हैट्रिक पूरी कर सत्ता के शिखर पर बैठने के लिए रणनीति बनाने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर तमाम विपक्षी दल अपने अपने तरीके से रणनीति बना रही है. विपक्षी पार्टियों हर हाल में भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना चाहती है और इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे है. जिसके तहत आज दुमका के कुम्हारपाड़ा स्थित पार्टी जिलाध्यक्ष के आवासीय कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष उदय कुमार सिंह के द्वारा किया गया.
जदयू के कार्यकर्ता अपने नेता नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का चेहरा मानकर झारखंड में भी मेहनत कर रहे है. बिहार से सटे होने के बाबजूद झारखंड के संथाल परगना प्रमंडल में जदयू का अभी तक कोई खास जनाधार नहीं बन पाया है. जिसके कारण जदयू के सदस्यता अभियान को गति देने के लिए रविवार को प्रदेश उपाध्यक्ष सह देवघर के पूर्व विधायक सह दुमका जिला प्रभारी कामेश्वर नाथ दास दुमका पहुंचे. कार्यकर्ताओं में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. साथ ही कुम्हारपाड़ा स्थित पार्टी जिलाध्यक्ष के आवासीय कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया.
नीतीश कुमार के विचारों को जन जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य
बैठक को संबोधित करते प्रदेश उपाध्यक्ष के एन दास ने कहा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचारों को जन जन तक पहुंचा कर ज्यादा ज्यादा लोगों को जदयू की सदस्यता दिलाएं. जरूरत महसूस हो तो शिविर लगाकर सदस्यता अभियान चलाएं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए संगठन का मजबूत होना जरूरी है और इसके लिए कार्यकर्ता अभी से जीतोड़ मेहनत करें.
जिला अध्यक्ष ने कहा कि जदयू के विचार से प्रभावित होकर हजारों लोगों ने जदयू की सदस्यता ली है. जिले के कई पंचायतों में लक्ष्य से ज्यादा लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया है. मौके पर वरिष्ठ उपाध्याय हैदर अली, मीडिया प्रभारी बच्चन कुमार, नगर अध्यक्ष राजू तिवारी, रंजीत सिंह, गुलाम सरवर, गणेश मिस्री, जिला सचिव बैकुंठ शर्मा, सरैयाहाट प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र मांझी, रानेश्वर प्रखंड अध्यक्ष मुस्तकीम अंसारी, शिकारीपाड़ा प्रखंड अध्यक्ष मुसाफिर अंसारी, नंदा, नाजिर अंसारी, एनुल अंसारी, सहदुल अंसारी, मिथुन अंसारी, बीरू पंडित, शंकर चौधरी सहित अन्य मौजूद थे.
रिपोर्ट. पंचम झा