दुमका (DUMKA) : कानून की नजर में हत्या हो या आत्महत्या दोनों अपराध की श्रेणी में आता है. खासकर वैसे मामले जिसमें किसी ने आत्महत्या के लिए प्रेरित किया हो.पेट्रोल कांड पार्ट वन से दुमका जिला सुर्खियों में आया. उसके बाद से महिला अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. आज हम आपको दुमका में घटित हत्या औऱ आत्महत्या के कुछ ऐसे मामलों के बारे में बताएंगे जिसे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे.
महिला को किया गर्भवती, शादी से इंकार
शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से आत्महत्या के प्रयास का एक मामला सामने आया. गंधरकपुर गांव की रहने वाली एक युवती ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. युवती फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जिंदगी के लिए मौत से जंग लड़ रही है. सूत्रों की माने तो युवती कल दिन में शिकारीपाड़ा थाना गयी थी और वहां से लौटकर घर पहुंची और जहर खा लिया. दरअसल, युवती ने दिनेश मिर्धा नामक युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, गर्ववती करने और गर्वपात करने के बाद शादी से इनकार करने का आरोप दिनेश मिर्धा पर लगाई है. आरोप है कि 2021 में दिनेश काम दिलाने के नाम पर अपने साथ जम्मू काश्मीर ले गया. वहां उसने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाया. जब महिला गर्भवती हो गई तो उसने उसका गर्भपात करवा दिया. उसके बाद दोनों वहां से वापस लौटे. फिर 27 अक्टूबर 2022 को दिनेश उसे बाहर लेकर गया. दो-चार दिनों तक अपने साथ रखा और फिर शादी करने से इनकार कर दिया.
पेट्रोल कांड से जुड़ी डिटेल्स
अब हम आपको बताते है हत्या की एक बारदात की कहानी जो पेट्रोल कांड से जुड़ा है. पेट्रोल कांड पार्ट वन की घटना के बाद जब पूरा जिला अशांत था. दुमका ही नहीं देश के कोने कोने से मीडिया कर्मियों का जमावड़ा दुमका में लगा था. जब राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम 31 अगस्त को दुमका पहुंचकर पेट्रोल कांड पार्ट वन की घटना की जांच कर रही थी, उस वक्त दुमका पुलिस तालझारी थाना क्षेत्र के पहाड़पुर जंगल में एक शव में लगी आग को झाड़ियों से पीटकर बुझा रही थी. उस वक्त उस महिला की पहचान नहीं हो पाई थी, लेकिन अब उस मामले का खुलासा हो गया. मृतिका की पहचान हंसडीहा थाना क्षेत्र के नोनीहाट पंचायत के चंपातरी गांव की रहने वाली समेली देवी उर्फ पूजा कुमारी के रूप में हुई और उसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को तालझारी थाना क्षेत्र के सकटिया गांव निवासी मुन्ना मियां को गिरफ्तार कर चुपके से जेल भेज दी. यहां एक बात गौर करने वाली है कि छोटी-छोटी सफलताओं पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देने वाली दुमका पुलिस संवेदनशील मामलों पर चुप्पी साध लेती है और आनन-फानन में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेज देती है. इस मामले में भी यही हुआ. शुक्रवार को ही मुन्ना मियां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया जबकि इस मामले में उसके भाई और पिता की तलाश जारी है. बताया जा रहा है कि मुन्ना मियां ने समेली देवी को पहले प्रेम जाल में फंसाया. एक छोटी बेटी के साथ समेली अपना घर परिवार छोड़कर मुन्ना के साथ घर बसाने के लिए गुजरात चली गयी. जहां दोनों मेहनत मजदूरी करने लगे. इस बीच मुन्ना कुछ महीनों बाद वापस घर आ गया और समेली काम की तलाश में बेंगलुरु चली गई और इसकी जानकारी मुन्ना को भी दी. मुन्ना वापस बेंगलुरु गया और उसने समेली पर चरित्र हीनता का आरोप लगाया. दोनों में अनबन हुई. वापस घर आया और योजनाबद्ध तरीके से समेली की हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया. साक्ष्य छुपाने के लिए बाइक से पेट्रोल निकालकर सबके ऊपर छिड़क दिया और आग लगा दी. उसी आग को 31 अगस्त को पुलिस जंगल की झाड़ियों से पीटकर बुझाते हुए नजर आई थी. इस तरह कहें तो दुमका में अब तक तीन नहीं बल्कि पेट्रोल कांड की 4 घटनाएं हो चुकी. शुक्रवार को ही मुन्ना मियां को जेल भेज दिया गया. शनिवार को मीडिया कर्मियों को इसकी जानकारी लगी. पुलिस पदाधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन कोई भी पुलिस पदाधिकारी फोन रिसीव करने के लिए तैयार नहीं हुए. रविवार को दूसरे मामले को लेकर एसपी अंबर लकड़ा ने जब प्रेस वार्ता की.
वायरल हुए वीडियो की कहानी
अब हम आपको बताते हैं अप्रैल में वायरल हुए वीडियो की कहानी. स्कूल ड्रेस पहनकर मार खाती किशोरी दुमका जिला के गोपीकंदर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी जो अब इस दुनिया में नहीं है. उसे पीटने वाला भी किशोर है. बताया जा रहा है कि दोनों में प्रेम था. वीडियो वायरल होने के बाद गोड्डा कॉलेज की प्रोफेसर रजनी मुर्मू ने वीडियो को ट्वीट किया था जिसे सीएम को भी टैग किया गया था. सीएम ने इसे रिट्वीट करते हुए दुमका और पाकुड़ पुलिस को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया था. 22 मई 2022 को दुमका पुलिस ने गोपीकंदर थाना क्षेत्र की रहने वाली किशोरी और उसके परिजन को थाना बुलवाया और प्राथमिकी दर्ज करते हुए आरोपी नाबालिग छात्र को पकड़ लिया लेकिन दूसरे ही दिन किशोर को जमानत मिल गई थी. वहीं 5 नवंबर की शाम किशोरी अचानक अपने घर से लापता हो गई. परिजन खोजबीन कर ही रहे थे कि साम 6 बजे किशोरी के प्रेमी किशोर ने उसके पिता को फोन कर बताया कि उसकी बेटी ने जहर खा लिया है और उसे पाकुड़ जिला के पाकुडिया थाना क्षेत्र के बागजोबड़ा गांव के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है. सूचना मिलने पर पिता क्लीनिक पहुंचे. गंभीर स्थिति को देखकर पिता अपनी बेटी को बेहतर इलाज के लिए रामपुरहाट ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. उस वक्त उसका किशोर प्रेमी भी साथ था. शव वापस घर पहुंचाने के बाद किशोर प्रेमी फरार हो गया. रविवार को गोपीकंदर थाना की पुलिस ने किशोरी का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया.
बड़ा सवाल
अब सवाल उठता है कि जो मामला अप्रैल में ही उजागर हुआ था, परिजन से लेकर प्रशासन और सीएम तक के संज्ञान में मामले की जानकारी थी, उसके बावजूद किशोरी की हत्या हो जाती है. इसके लिए दोषी किसे माना जाए.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका