दुमका(DUMKA): झारखंड की उपराजधानी दुमका में विधि व्यवस्था पर हमेशा सवाल खड़े होते रहे हैं. अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि अब आम लोग कौन कहे कानून के रखवाले भी सुरक्षित नहीं है. ताजा मामला दुमका पुलिस केंद्र का है. जहां असामाजिक तत्वों ने दिन-दहाड़े क्वार्टर में घुस कर एक पुलिस वाले की लाठी डंडे से पिटाई कर दी. पुलिस केंद्र में पदस्थापित जवान रंजीत कुमार पांडेय का फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पुलिस लाइन में घुस कर जवान की भीड़ ने की पिटाई
दरअसल, गुरुवार की शाम पुलिस लाइन के समीप कुछ लड़के एक टोटो वाले से किराया को लेकर गाली गलौज कर रहे थे. उसी समय रंजीत कुमार पांडेय वहां पहुचे. उन्होंने लड़कों को समझाने का प्रयास किया कि यहां गली गलौज मत करो. पारिवारिक डेरा है. इसी क्रम में लड़के रंजीत से भी बहस करने लगे. इसके बाद आज दिन में लगभग 30 से 40 की संख्या में लड़के पुलिस लाइन पहुंचे और रंजीत कुमार पांडेय का दरवाजा खटखटाया. रंजीत द्वारा दरवाजा खोलते ही असामाजिक तत्वों का झुंड पुलिस बल के जवान रंजीत पांडेय पर टूट पड़ा. रंजीत के ऊपर लाठी डंडे, लात घूसों की बरसात कर आराम से चलते बना. सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घायल अवस्था मे रंजीत को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा है. इस बाबत कैमरा के सामने बोलने के लिए थाना प्रभारी तैयार नहीं हुए. इतना जरूर कहा कि पीड़ित द्वारा आवदेन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
जिले में ऐसी ये पहली घटना नहीं
अब सवाल उठता है कि जिले में गिरती कानून व्यवस्था भला कैसे ठीक हो जब कानून के रखवाले ही असुरक्षित है. जिले के लिए यह कोई पहली घटना नहीं है. पिछले महीने एसडीओ आवास के समीप अपराधी ने एक पुलिस वाले से छिनतई का प्रयास किया था. विफल रहने पर अपराधी ने गोली मारकर पुलिस को घायल कर दिया. उस मामले का उद्भेदन अभी तक नहीं हो पाया. आखिर किसके संरक्षण में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है. यह अहम सवाल है.
रिपोर्ट: पंचम कुमार झा, दुमका