दुमका(DUMKA): दुमका में मयूराक्षी नदी पर निर्मित राज्य के सबसे लंबे पुल के नामकरण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 30 अक्टूबर को सीएम हेमंत सोरेन ने बड़े तामझाम के साथ इस पुल का उद्घाटन किया.मौके पर मौजूद कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने अपने संबोधन में इस पुल का नाम दिसोम गुरु शीबू सोरेन का नाम पर रखने का सुझाव दिया.सीएम हेमंत सोरेन ने कृषि मंत्री के सुझाव पर खुशी जाहिर करते हुए इसे आंदोलनकारियों का सम्मान करार दिया.
सेल्फी ब्रिज के नाम पर नहीं थम रहा विवाद
जिसके बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया. वैसे सरकारी प्रक्रिया पूरी होने और कैबिनेट के मोहर लगने के बाद ही इस पुल के नाम का पता चल पाएगा, लेकिन इस बीच बीजेपी ने रांची में प्रेस कांफ्रेंस कर पुल का नाम तिलका मांझी सेतु रखने की मांग की है. नाम जो भी रहे लेकिन पथ निर्माण विभाग की ओर से लगाए गए माइल स्टोन और बोर्ड पर इसका नाम सेल्फी ब्रिज लिखा गया है.
रात के अंधेरे में किसने लगाया बाबा तिलका मांझी सेतु नाम का बैनर
वहीं आम लोग भी इसे सेल्फी ब्रिज नाम से संबोधित करते हैं. मांग प्रतिमांग के बीच शुक्रवार को लोगों की नजर इस ब्रिज पर लगाए गए बैनर पर गयी.रातों रात दर्जनों बैनर लग गए, जिस पर बाबा तिलका मांझी सेतु लिखा हुआ है. यह किसने लगाया किसी को पता नहीं, लेकिन इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है.बैनर किसने लगाया यह जांच का विषय है. लेकिन बैनर लगने के बाद प्रशासन का कदम क्या होता है यह देखना दिलचस्प होगा.
रिपोर्ट-पंचम झा