दुमका (DUMKA) : झारखंड की उपराजधानी दुमका में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जा रहा है. मुख्य कार्यक्रम पुलिस लाइन मैदान में आयोजित हुआ. जहां सीएम हेमंत सोरेन में झंडोत्तोलन किया और राष्ट्रध्वज को सलामी दी. साथ ही परेड का निरीक्षण किया. अपना संबोधन उन्होंने देश और राज्य के वीर सपूतों और अमर बलिदानों को नमन कर किया. मौके पर उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस ही के दिन 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था. दास्तां के दुख भरे इतिहास को भुलाकर एक स्वर्णिम भविष्य की आकांक्षाओं के साथ हमने अपने संविधान को अपनाया और एक ऐसे राष्ट्र का संकल्प लिया जहां ना तो आर्थिक विषमता हो और ना सामाजिक भेदभाव. स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व हमारे संविधान की मूल भावना है.
सीएन ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को किया याद
अपने संबोधन में सीएम ने संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों, पिछड़ों, दलितों को सम्मान के साथ है. जीने का अधिकार दिया. साथ ही संविधान के निर्माण में झारखंड के 3 महान विभूतियों जयपाल सिंह मुंडा, बोनीफेस लकड़ा और देवेंद्र नाथ सामंत के प्रति भी आभार व्यक्त किया. सीएम हेमंत सोरेन ने वर्तमान सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों को विस्तार से रखा. उन्होंने कहा कि सरकार गठन के बाद हमने संकल्प लिया था कि आप से किए हर वादे को हम पूरा करेंगे. हमने वादा किया था कि हम राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करेंगे. सरकारी कर्मियों की चिर प्रतिक्षित मांग को पूरा करते हुए सरकार ने एक अक्टूबर 2022 से राज्य में पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया. अब राज्य सरकार के कर्मियों के चेहरे पर मुस्कान है और वे अपने भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं.
बेहतर झारखंड बनाने का संकल्प
राज्य वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए सीएम ने कहा कि इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमें ऐसा झारखंड बनाने का संकल्प लें जो उन सपनों और आशाओं के अनुरूप हो जिसके लिए काफी त्याग और बलिदान के बाद इस राज्य का सृजन हुआ है. इस सपने को साकार करने में हम सभी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं और पूरी वचनबद्धता के साथ एकजुट होकर प्रयास करने का संकल्प लें.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
