दुमका(DUMKA):दुमका प्रखंड के कुरुवा में कोयला डंपिंग यार्ड बनाने का विरोध कर रहे आदिवासी बाहुल्य बागडुबी के सभी चार सौ मतदाताओं ने शनिवार को वोट बहिष्कार की घोषणा कर दी. वोट दिलाने के लिए एसडीओ और सीओ ने ग्रामीणों को हर तरह से आश्वासन देकर समझाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन ग्रामीण तैयार नहीं हो रहे हैं.सीओ के दबाव में बीएलओ, सहिया और सेविका समेत चार महिला कर्मियों ने ही मतदान किया, जबकि 396 मतदाता समाचार प्रेषित होने तक वोट देने के लिए आगे नहीं आएं.
पीछले एक साल से ग्रामीण कोयला डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे है
दरअसल, बीजीआर कंपनी रेलवे स्टेशन से कोयला ढुलाई का काम कर रही है.कंपनी ने डंपिंग यार्ड के विस्तार के लिए कुरुवा गांव का चयन कर काम भी शुरू करा दिया है.एक साल से कैराबनी, रानीडिंडा और बागडुबी गांव के लोग इसका विरोध करते आ रहे हैं.कई बार आंदोलन के जरिए प्रशासन को आगाह किया गया, लेकिन शायद प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. प्रशासन इस उम्मीद में था कि मतदान के दिन सभी की नाराजगी दूर हो जाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ.ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार कर दिया. बागड़बी मध्य विद्यालय में बने बूथ नंबर 94 पर सन्नाटा पसरा हुआ है. पीठासीन पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि दोपहर दो बजे तक चार महिला कर्मियों को छोड़कर कोई भी मतदान के लिए नहीं आया.इस गांव में चार सौ मतदाता हैं.
ग्रामीणों को समझाने में जुटे तमाम अधिकारी
वोट बहिष्कार की जानकारी मिलते ही एसडीओ अजय रजक और सीओ अमर कुमार बूथ पहुंचे और वहां से थोड़ी दूर सामूहिक रूप से बैठे मतदाताओं से बात की.ग्रामीणों ने बताया कि कोयला डंपिंग यार्ड से कितना नुकसान हो रहा है.रोज मवेशी बीमार पड़ रहे हैं. लोगों की हालत भी खराब हो रही है.अगर इसी तेजी के साथ कंपनी काम करवाती रही तो आने वाले दिन में सारी खेती चौपट हो जाएगी. एसडीओ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद सारी चीज को ठीक कर दिया जाएगा. आप वोट दीजिए. मतदाताओं ने कहा कि पहले आप अपने लैटर पैड पर यह लिखकर दें कि चुनाव के बाद सब ठीक हो जाएगा, ऐसा करने पर ही वोट दिया जाएगा. मतदाताओं ने मौके पर डीसी को बुलाने की मांग की. एसडीओ और सीओ मौके पर कैम्प कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.
अब तक केवल 4 लोगों ने ही पूरे गांव में किया है मतदान
बूथ में करीब आठ बजे पहुंचे सीओ को जब यह पता चला कि अभी तक एक भी मतदाता वोट के लिए नहीं आया है तो उन्होंने सेविका, सहिया समेत चार को मतदान करने के लिए कहा. परन्तु एक गांव की होने के कारण उन्होंने भी मतदान से मना कर दिया. इसके बाद सीओ ने कहा कि अगर वोट नहीं दिया तो नौकरी भी जा सकती है. इसके बाद चार महिला कर्मियों ने मतदान किया. इस बाबत मोबाइल पर बात करने पर सीओ अमर कुमार ने कहा कि ग्रामीणों को समझाया जा रहा है। भरोशा जताया कि ग्रामीण मान जाएंगे.
रिपोर्ट-पंचम झा