हजारीबाग(HAZARIBAGH) - झारखंड के अनेक जिलों में ड्रग्स यानी मादक पदार्थ की तस्करी का धंधा चल रहा है.खासतौर पर खूंटी,सिमडेगा, लोहरदगा, गुमला जैसी जगहों से तस्कर इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं. हजारीबाग पुलिस ने इसके खिलाफ अभियान चला रखा है. इस जिले में पिछले कुछ महीनों में कई स्थानों से मादक पदार्थ बरामद किए गए हैं.
जानिए पुलिस ने कैसे पकड़ा इस खेप को
पुलिस के अनुसार एक गुप्त सूचना मिली थी कि रांची से मादक पदार्थों के एक बड़ी खेप बिहार ले जायी जा रही है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम का गठन किया. एसडीपीओ महेश प्रजापति के नेतृत्व में टीम गठित की गई. सूचना के आधार पर बसों की छानबीन की जाने लगी. बिहार जाने वाली बसों की तलाशी ली जाने लगी.
हाईवे के नगवां टोल प्लाजा के पास एक बस की सघन तलाशी के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया. दो बड़े बैग में मादक पदार्थ जैसे अफीम और ब्राउन शुगर बरामद किए गए. अपरिष्कृत अफीम और ब्राउन शुगर के 15 केजी के बैग मिले. पुलिस द्वारा पकड़े गए तस्कर ने पूछताछ में बताया अफीम से ब्राउन शुगर बनाकर इसे दिल्ली ले जाना था. दिल्ली में इसकी कीमत बहुत अधिक होती है. गिरफ्तार व्यक्ति के अनुसार खूंटी जिले के रमता नामक स्थान से यह मादक पदार्थ लिए गए थे. गिरफ्तार व्यक्ति के पास से 45,500 रुपए नगद भी बरामद किया गया है. जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे के अनुसार हजारीबाग पुलिस लगातार नशा का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चला रही है.बरामद मादक पदार्थ का अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य लगभग 50 लाख रुपए बताया जा रहा है.