दुमका(DUMKA):बर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव परिणाम आ गया है. जनता ने भले ही किसी दल को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया हो लेकिन इतना तय हो चुका है कि एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी आज रविवार की शाम शपथ लेंगे.
झारखंड से किसे मिलेगा मंत्रिमंडल में जगह
नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में झारखंड से किसे मंत्री पद मिल रहा है इस बात की चर्चा चौक चौराहे पर हो रही है. वैसे तो झारखंड के 9 सीट पर एनडीए गठबंधन को जीत मिली है, लेकिन इस सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा डॉ निशिकांत दुबे की हो रही है.संथाल परगना के 3 लोकसभा सीट में से एक मात्र गोड्डा सीट से बीजेपी को सफलता मिली है. डॉ निशिकांत दुबे लगातार चौथी बार जीत कर सांसद बने है. ना केवल गोड्डा बल्कि संथाल परगना प्रमंडल के लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी है कि डॉ निशिकांत दुबे को मंत्रालय मिलता है या नहीं.
मोदी सरकार में मंत्रिमंडल में उपेक्षित रहा है संथाल परगना
संथाल परगना प्रमंडल में 3 लोकसभा और 18 विधानसभा क्षेत्र आता है.केंद्रीय मंत्रिमंडल में संथाल परगना प्रमंडल उपेक्षित ही रहा है. अलग झारखंड राज्य बनने के बाद देखें तो तत्कालीन यूपीए गठबंधन से ज्यादा एनडीए गठबंधन ने केंद्र में शासन किया। यूपीए की सरकार में दुमका सांसद शिबू सोरेन को कोयला मंत्री बनाया गया था.एनडीए सरकार की बात करें तो अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में दुमका सांसद बाबूलाल मरांडी वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री थे.अलग राज्य बनने पर उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री बनाया गया. नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में संथाल परगना के 3 में से एक सीट जबकि दूसरे कार्यकाल में 2 सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी.इस बार के चुनाव में एक मात्र गोड्डा सीट पर सफलता मिली और निशिकांत दुबे चौथी बार जीत कर संसद भवन पहुचे है.लोगों को उम्मीद है कि ना केवल मोदी कार्यकाल बल्कि उसके पहले से गोड्डा से जीत दर्ज करने वाले डॉ निशिकांत दुबे को इसबार मंत्रिमंडल में जगह जरूर मिलेगी.कुछ महीने बाद झारखंड में होना है विधानसभा चुनाव, संथाल परगना प्रमंडल है राज्य की सत्ता का प्रवेश द्वार कुछ महीने बाद झारखंड में जबकि 2025 में बिहार में विधान सभा का चुनाव होना है. निशिकांत दुबे को मंत्रीमंडल में मिलेगी जगह या नहीं
जानकारों का मानना है कि डॉ निशिकांत दुबे को मंत्री बनाकर ना संथाल परगना बल्कि बिहार और झारखंड के सवर्ण मतदाता को साधा जा सकता है. संथाल परगना प्रमंडल को झारखंड की सत्ता का प्रवेश द्वार माना जाता है. कुल 18 विधानसभा का चुनाव परिणाम झारखंड की राजनीति की दिशा और दशा तय करती है.इस स्थिति में देखना दिलचस्प होगा कि डॉ निशिकांत दुबे को मंत्रालय मिलता है या एक बार फिर ना केवल गोड्डा बल्कि संथाल परगना की जनता अपने आप को ठगा महसूस करती है.
रिपोर्ट-पंचम झा