टीएनपी डेस्क(TNP DESK):रांची के लोग इन दिनों बीमारियों से कम और गर्मी की मार से ज्यादा परेशान हैं. जिस तरह से गर्मी का पारा चढ़ता जा रहा है. वैसे आम लोगों से ज्यादा रांची रिम्स में इलाज करा रहे मरीजों को परेशानी हो रही है. आलम ये है कि लोग बीमारी से कम गर्मी से ज्यादा त्राहिमाम हैं.
रिम्स के मरीज बीमारी से नहीं गर्मी से पहले मर जायेंगे
आपको बता दे कि लगातार गर्मी का पारा पूरे राज्य में बढ़ता जा रहा है. झारखंड के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में पारा 40 के पार जा चुका है. गर्मी का कहर जारी है. वहीं इस प्रचंड गर्मी के बीच सूबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मरीजों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. सबसे ज्यादा परेशानी न्यूरो वार्ड के मरीजों को हो रही है.
न्यूरो वार्ड के सभी पंखे खराब
इस वार्ड के सभी एसी और पंखा खराब है. जिसकी वजह से मरीज गर्मी में छटपटा रहे हैं. मरीजों के साथ अस्पताल में रह रहे परिजनों का कहना है कि गर्मी का यदि यही हाल रहा तो मरीज बीमारी से नहीं गर्मी से पहले ही मर जायेंगे.
मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है रिम्स प्रबंधन
रिम्स की कुव्यवस्था किसी से भी छिपी हुई नहीं है. ऐसे में गर्मी में न्यूरो वार्ड के एसीऔर पंखे को जल्दी क्यों नहीं बनवाया जा रहा है. क्यों रिम्स प्रबंधन मरीजों की जान लेने पर तुला हुआ है. यदि गर्मी से मरीजों को दिक्कत हो रही है. तो इसको ठीक करवाने की जिम्मेदारी किसकी है. मरीज अपने परिजनों के लिए घर से हाथ वाले पंखे लाकर हवा कर रहे है.
15 मई से पहले गर्मी से राहत की कोई संभावना नहीं
वहीं मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 15 मई से पहले गर्मी से राहत की कोई संभावना नहीं है. 15 मई की शाम तक राज्य के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है. तब तक मरीजों का बिना पंखे का क्या हाल होगा. ये तो भगवान ही जाने.