जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): झारखंड से इस साल मानसून ने धोखा किया है, यही वजह है कि देश के सभी राज्यों में लोग मानसून की बारिश से भींग रहे है, तो वहीं झारखंड के लोग जुलाई महीने में भी मई वाली गर्मी और कड़कड़ाती धूप से परेशान है. मौसम विभाग की ओर से रोजाना बारिश की उम्मीद तो जताई जा रही है, लेकिन मानसून बार बार अपना ट्रैक बदल रहा है जिससे बारिश नहीं हो रही है. वहीं बारिश नहीं होने की वजह से झारखंड के किसान इन दिनो काफी मायूस और परेशान है.
किसानों को अपने सूखे खेतों में काम करने को मजबूर है
जमशेदपुर के आस पास का हाल यह है कि किसानों को अपने सूखे खेतों में काम करने को मजबूर है, साथ ही वे सूखे खेतों मे धान का बिछड़ा लगा रहे है, वहीं उनकी निगाहें आसमान की ओर टिकी है कि कब बारिश हो और उनके खेतों को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके ताकि उनकी फसल अच्छी हो, लेकिन मानसून रोजाना किसानों के साथ दगा कर रहा है. अब तक पूर्वी सिंघभूम मे मौसम ने अपनी आंखे फेर ली है, जिसको लेकर किसानों के चेहरे पर मायूसी साफ तौर पर देखने को मिल रहा है.
पढ़ें क़ृषि विभाग ने किसानों को क्या सलाह दी है
वहीं क़ृषि विभाग की बात करें तो विभाग के अधिकारी इसको लेकर काफी चिंतित है. उन्होंने मीडिया के माध्यम से सभी किसानों को मौसम के अनुरूप फसल लगाने की सलाह दी है. उनका साफ कहना है कि जब मौसम दग़ा दे दिया है, तो मौसम के अनुरुप फसल लगा कर किसान अच्छी कमाई कर सकते है, क़ृषि पदाधिकारी दीपक वर्मा ने कहा कि दलहन जैसी फसल लगा कर किसान अच्छी कमाई कर सकते है.
रिपोर्ट-रंजीत ओझा