दुमका (DUMKA) : भोजन, वस्त्र और आवास मानव की तीन मूलभूत आवश्यकताओं में शामिल है. किसी गरीब को भूखे पेट नहीं सोना पड़े इसके लिए जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था की गई है. ताकि लाभुक को समय पर राशन मिल सके. लेकिन विभागीय सख्ती के बाबजूद सरकारी राशन की कालाबाजारी की खबरें समय-समय पर आती रहती है. लेकिन अब दुमका जिला प्रशासन गरीबों का निबाला डकारने वालों पर सीधी कार्यवाई शुरू कर दी है. ताजा मामला सदर प्रखंड का है.
डीसी ने दिया जांच का निर्देश
जहां डीसी को शिकायत मिली थी कि पीडीएस दुकानदार प्रेमलाल गृही एवं पीडीएस दुकानदार एसएचजी महिला पोडेडीह द्वारा खाद्यान्न वितरण में अनियमितता एवं गबन की गई है. डीसी ने ग्रामीणों की इस शिकायत को गंभीरता से लिया और पूरे मामले की जांच का निर्देश सदर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा को दिया. डीसी के आदेश पर मामले की जांच करने प्रखंड आपूर्ति कार्यालय द्वारा एक टीम गठित किया गया. टीम कैराबनी पंचायत पहुंच कर मामले की जांच की. जांच के क्रम में पता चला कि पिछले 2 महीने से कार्डधारी को खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है. जबकि प्रखंड स्थित गोदाम से जन वितरण प्रणाली विक्रेता प्रेमलाल गृहि द्वारा खाद्यान्न का उठाव कराया जाता रहा है. साथ ही प्रेमलाल गृहि के दुकान की भी जांच की गई.
24 अगस्त को हुई थी जांच
जांच रिपोर्ट के आधार पर 24 अगस्त 2023 को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा कैराबनी पंचायत स्थित जन वितरण प्रणाली दुकान का भौतिक निरीक्षण कर पूछताछ की गई. जांच रिपोर्ट तथा पूछताछ करने पर यह पता चला कि दोनों दुकान प्रेमलाल गृहि, अनुज्ञप्ति संख्या 39/08 तथा महिला एसएचजी, अनुज्ञप्ति संख्या 224/09 के लिए 973.70 क्विंटल खाद्यान्न प्राप्त हुआ है. परंतु वितरण 722.08 क्विंटल खाद्यान्न का ही किया गया है.
दुकानदारों पर प्राथमिकी दर्ज
इस प्रकार कुल 251.62 क्विंटल खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया. इसके लिए प्रेमलाल गृहि को स्पष्टीकरण भी किया गया. परंतु उनके द्वारा कोई तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया गया. स्पष्ट रूप से जन वितरण प्रणाली विक्रेता प्रेमलाल गृहि द्वारा 251.62 क्विंटल खाद्यान्न की अनियमितता और गबन किया गया है. इनके दुकान को रद्द करने की अनुशंसा करने के साथ-साथ उनके विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराया गया है.
रिपोर्ट. पंचम झा