धनबाद(DHANBAD): चुनाव का वक्त है, इस समय हर लोगों की गतिविधियों पर "पॉलिटिक्स" की नजर है. कौन कहां जा रहा है, किससे मिल रहा है, क्या बातें हो रही है , इस पर लोगों की निगाहें टिकी हुई है. फिलहाल सूचना क्रांति के इस जमाने में कोई यह सोचे कि हम किसी से चुपे -चोरी मिल लेंगे और बात बाहर नहीं आएगी, ऐसा होता नहीं है. वैसे धनबाद में फिलहाल दलों के बंधन को लांघकर राजनेता द्वारे -द्वारे घूम "आशीर्वाद" मांग रहे है. लेकिन पेंच ऐसा फंसा है कि कोई विजई भव : का आशीर्वाद किसी को नहीं दे पा रहा है. निर्दलीय विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा धनबाद लोकसभा से चुनाव तो लड़ेगा जरूर, लेकिन उम्मीदवार के नाम को लेकर अभी संशय है. सरयू राय धनबाद में घूम-घूम कर माहौल का आकलन कर रहे है. इसी क्रम में सोमवार की रात वह धनबाद के कांग्रेसी नेता सह झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के घर पहुंचे. वहां उन्होंने डिनर भी किया. उनके साथ उनके पार्टी के पदाधिकारी और समर्थक भी थे. साथ में पूर्व बियाडा अध्यक्ष विजय झा भी पहुंचे थे.मोर्चा के जिला अध्यक्ष उदय सिंह ,मंडल समाज के गौतम मंडल ,मारवाड़ी सम्मेलन के जिला अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल भी थे.
सरयू राय की पार्टी के उम्मीदवार के नाम पर संशय
अचानक सरयू राय अशोक सिंह के घर क्यों पहुंचे, क्या कोई राजनीतिक खिचड़ी पक रही है या पकाने की योजना है. इस पर तो स्थिति बहुत साफ नहीं हुई है लेकिन सूत्र बताते हैं कि सरयू राय यह जानने गए थे कि धनबाद लोकसभा सीट पर भूमिहारों का रुख क्या है और आगे क्या होगा. धनबाद लोकसभा सीट पर भूमिहार मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. सूत्र बताते हैं कि अशोक कुमार सिंह जब से चुनाव लड़ने का मन बनाया था, तब से शहरी और ग्रामीण भूमिहार मतदाताओं के साथ साथ अन्य जाति के वोटरों के बीच पैठ बनाने की कोशिश शुरू की थी. यह प्रयास धनबाद से लेकर चंदनकियारी तक , सिंदरी से लेकर निरसा तक , बोकारो से लेकर झरिया तक , मतदाताओं का मन भी टटोल था. इसके बाद से ही टिकट के लिए देवदारी पेश की थी. लेकिन अनुपमा सिंह ने धनबाद से कांग्रेस का टिकट हासिल कर लिया. अब सरयू राय की पार्टी भी धनबाद से उम्मीदवारी कर रही है. पहले तो चर्चा थी कि सरयू राय खुद ही चुनाव लड़ेंगे. इसके लिए उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस से समर्थन भी मांगा था. लेकिन कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया.
कांग्रेस पार्टी के निर्णय के साथ होने का दावा
सरयू राय और अशोक कुमार सिंह में क्या बात हुई, क्या खिचड़ी पकी , इसका तो खुलासा अभी नहीं हुआ है लेकिन सूत्र बताते हैं कि अशोक कुमार सिंह अभी भी पार्टी के निर्णय के साथ है. वैसे राजनीति में कब कौन किस करवट बैठेगा, कौन किसके साथ गोटी सेट करेगा, कौन अपनी गोटी लाल करेगा, यह कहना बहुत कठिन है. वैसे अभी धनबाद में "आशीर्वाद" और "डिनर पॉलिटिक्स" खूब चल रही है. भाजपा हो या कांग्रेस प्रचार के बजाय नाराज लोगों को मनाने में ही जुटे हुए हैं और इसलिए भी "आशीर्वाद" और "डिनर पॉलिटिक्स" तेज हुई है. भाजपा ने तीन बार के विधायक और तीन बार के सांसद रहे पशुपतिनाथ सिंह का टिकट काटकर बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने बेरमो की रहने वाली अनुपमा सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. अनुपमा सिंह ने धनबाद सीट से कम से कम एक दर्जन दावेदारों को दरकिनार कर टिकट हासिल किया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो