धनबाद(DHANBAD): धनबाद में मंगलवार को दो जगह पर ईडी की छापेमारी हुई. छापेमारी क्या शुरू हुई, तरह-तरह की बातें होने लगी. सही जानकारी नहीं मिलने के कारण कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई. बाद में क्लियर हुआ कि हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी के बाद धनबाद में यह कार्रवाई की गई है. सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया था. उसके बाद धनबाद के जोड़ा फाटक में रहने वाले गुरप्रीत सिंह सवरवाल उर्फ गुन्नू सरदार के चार ठिकानों पर मंगलवार की सुबह ईडी की छापेमारी शुरू हुई.
छापेमारी में कई कागजात जब्त
जोड़ा फाटक स्थित गुन्नू सरदार के आवास के अलावा बैंक मोड़ सुपर मार्केट में उनके कार्यालय पर भी ईडी की टीम पहुंची. जानकारी के अनुसार सुबह 5:30 बजे ही चार गाड़ियों पर सवार होकर ईडी की टीम सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा में जोड़ा फाटक पहुंची. इसके बाद टीम के सदस्य एक गाड़ी में बैठकर सुपर मार्केट पहुंचे. टीम ने गुन्नू सरदार के घर और दफ्तर को खंगाला. कुछ कागजात भी जब्त किए गए हैं. गुरप्रीत सिंह का धनबाद में ट्रांसपोर्ट का कारोबार रहा है. इनके पिता लखबीर सिंह उर्फ लक्की सरदार भी पुराने कारोबारी रहे हैं. उनका टायर का व्यापार रहा है. 4 साल पहले वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पंचकूला शिफ्ट हो गए थे. फिलहाल धनबाद में उनके पिता और परिजन रहते हैं. यह छापेमारी बालू के कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है.
हरियाणा से जुड़े मामले में ईडी की टीम धनबाद में दस्तक दी
कहा जाता है कि हरियाणा में बड़े खनन कारोबारी में उनका नाम शामिल है. धनबाद में इसके पहले ईडी की टीम बिहार में हुए बालू घोटाले में कई जगहों पर छापेमारी की थी. बिहार में बालू घोटाले के संबंध में ईडी की टीम दो बार धनबाद आई थी. इस बार हरियाणा से जुड़े मामले में ईडी की टीम धनबाद में दस्तक दी है. धनबाद में रहने वाले कारोबारी के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े होते हैं. इसी क्रम में कहीं ना कहीं धनबाद से जुड़े लोगों के लिंक मिल जाते हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो