धनबाद(DHANBAD): धनबाद में सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी के पद खाली है. एसएसपी के साथ -साथ दोनों पदों की जिम्मेवारी फिलहाल वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार के पास है. मतलब दोनों के अलावा अपना काम भी उन्हें ही देखना होगा. इस बीच अपराधियों ने फिर सिर उठाना शुरू कर दिया है. शनिवार की देर रात रेल कॉलोनी में डाका डाल दिया तो सोमवार की सुबह सरायढ़ेला थाना क्षेत्र में दिन के उजाले में एक महिला के गले से सोने की चेन छीन ली. महिला के हल्ला करने के बाद भी बचाव के लिए कोई नहीं आया और अपराधी निश्चिंत होकर बाइक पर सवार होकर निकल गए. महिला सरायढेला थाना क्षेत्र के बनस्थली कॉलोनी की रहने वाली है.
महिला टहलने के लिए निकली थी कि हो गई लूट
वह सुबह टहलने के लिए निकली थी घटना घट गई. महिला के पति के अनुसार चेन की कीमत लगभग एक लाख है. पीड़ित महिला पूनम चौधरी एवं उनके पति चितरंजन चौधरी थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. चितरंजन चौधरी रिटायर्ड जीएम है और वनस्थली कॉलोनी में मकान बनाकर रह रहे है. चेन स्नेचिंग की घटनाएं कुछ महीने पहले भी अधिक हो रही थी लेकिन इधर चेन स्नेचर शांत थे लेकिन आज फिर घटना कर पुलिस को चुनौती दी है. झारखण्ड सरकार ने अभी 7 आईपीएस अधिकारियों को स्थानांतरित किया था. 7 आईपीएस अधिकारियों में तीन धनबाद के थे. इनके तबादले के बाद धनबाद में 4 आईपीएस के पद रिक्त हो गए है.
धनबाद जिला झारखण्ड के संवेदनशील की सूची में शामिल
धनबाद जैसे संवेदनशील जिले में 4 आईपीएस अधिकारियों का पद एकसाथ खाली होने के बाद पोस्टिंग का इंतजार किया जा रहा है. धनबाद रेल एसपी प्रियदर्शी आलोक को बोकारो का एसपी बने है. . ग्रामीण एसपी रिश्मा रमेशन को पलामू का एसपी बनाकर भेजा गया है. इन दोनों आईपीएस के तबादले से 4 पद रिक्त चल रहे है. . प्रियदर्शी आलोक गोविंदपुर के कमांडेंट के साथ-साथ रेल एसपी के प्रभार में थे. वही ग्रामीण एसपी के साथ-साथ रिश्मा रमेशन सिटी एसपी के प्रभार में भी थी. इसके अलावा निरसा के एसडीपीओ प्रीतम सिंह खरवार दुमका का एसपी बने है. धनबाद अपराध से लेकर अन्य मामलों के लिए संवेदनशील माना जाता है. यहां आर्थिक अपराध भी कम नहीं होते. गैंगस्टर भी पुलिस को ललकार कर गैंग चलाते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो