धनबाद(DHANBAD): धनबाद के गोविंदपुर स्थित केके पॉलिटेक्निक उप डाकघर में हुए 9 करोड रुपए से अधिक के घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. सीबीआई की धनबाद एसीबी शाखा ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है. अभी तक की जांच में 9 करोड़ 38 लाख 24 हज़ार के घोटाले का खुलासा हुआ है. सीबीआई ने हेरा फेरी के मास्टरमाइंड सुमित कुमार सौरभ सहित चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 2024 के 25 जनवरी को यह घोटाला तब सामने आया, जब केके पॉलिटेक्निक के एसओ ने एस ए पी डाटा के अनुसार एक करोड़ 80 लाख रुपए का अतिरिक्त बैलेंस ट्रेजरी में मिली थी.
वरीय डाक अधीक्षक ने भी जांच के आदेश दिए थे
वरीय डाक अधीक्षक उत्तम कुमार सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए थे. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, चौंकाने वाले तथ्य सामने आने लगे. पता चला कि जुलाई 18 से फरवरी 2024 तक हेरा फेरी कर सरकारी खजाने को चूना लगाया गया है. 26 फरवरी को झारखंड सर्किल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल ने इस मामले में प्राथमिक की दर्ज करने के आदेश दिया था. सीबीआई ने प्रारंभिक जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया है. घोटाले में मुख्य षड्यंत्रकारी तत्कालीन एस पीएम सुमित कुमार सौरभ के अलावा हेड पोस्ट ऑफिस के तत्कालीन पर्यवेक्षक परितोष लकड़ा, धनबाद हेड पोस्ट ऑफिस के तत्कालीन डाक सहायक शंकर भाटिया और धनबाद हेड पोस्ट ऑफिस के डाक सहायक उपलेखा भरत प्रसाद रजक की भूमिका सामने आई है. चारों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
विभिन्न तारीखों पर डेविड एंट्रिया की गई थी
जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि हीरापुर पुलिस लाइन निवासी सुमित कुमार सौरभ ने विभिन्न तारीखों पर डेविड एंट्रिया कर 11 करोड़ 23 लाख 19 हजार रुपए विभिन्न खातों में भेज दिया. बदले में उसने चार लाख 95 हज़ार की क्रेडिट एंट्रिया की. 25 जनवरी को एक करोड़ 80 लाख रुपए जमा करने की एंट्री दिखाई. जब काउंटर ट्रेजरी में अतिरिक्त राशि पाई गई तो उसकी चोरी पकड़ में आ गई. दावा है कि सौरभ ने अपने यूजर आईडी का प्रयोग कर बैंक खातों में कई लोगों के नाम से नगद राशि जमा की थी. जिसे इंडिया पोस्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था. खाता धारकों के पेमेंट बैंक खाते और उनके इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक खातों से अन्य बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर किए गए. माना जा रहा है कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, यह रकम और अधिक हो सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो