धनबाद (DHANBAD) : होली, होली और होली. कोयलांचल के हर गली मोहल्ले में होली की ही चर्चा है. सामाजिक संगठन हो, राजनीतिक दल हो, शैक्षणिक संस्थान हो या और कोई संगठन, सब जगह होली मिलन चल रहा है और 8 मार्च को शांतिपूर्वक होली मनाने की अपील की जा रही है. इस बीच धनबाद के लोग होली में लगभग 3.50 करोड़ रुपए की शराब पी जाएंगे. लेकिन शराब के शौकीनों को 7 मार्च तक ही शराब स्टॉक कर लेनी होगी. होली के दिन शराब की बिक्री पर पाबंदी रहेगी. उत्पाद विभाग ने 8 मार्च को ड्राई डे घोषित किया है. और होली के मौके पर 3.50 करोड़ की शराब की बिक्री का लक्ष्य रखा है. धनबाद जिले में लगभग 128 की दुकान है. इसमें देसी और विदेशी शराब की दुकानें शामिल हैं. महंगी शराब धनबाद की दुकानों में पहुंच गई है.
कोलियरी इलाके के कारण शराब का अधिक सेवन
इधर यह भी सूचना मिल रही है कि धनबाद जिले में अवैध शराब की बिक्री भी खूब हो रही है. उत्पाद विभाग की टीम ने अभी तोप चाची में छापेमारी कर शराब जब्त किया था. वैसे तो कोयला चल के हर गली मोहल्ले में शराब की बिक्री होती है. होली के मौके पर अधिक बिक्री होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. शराब चुलाई और बिक्री का धंधा तो यहां कुटीर उद्योग के रूप में होता है. कोलियरी इलाके होने के कारण लोग शराब का सेवन अधिक करते हैं. मिलावटी सामान की बिक्री भी खूब होती है. मिठाई हो, ड्राई फ्रूट हो,मसाले हो या अन्य कोई चीज, सब जगह मिलावटी सामान की बिक्री होती है. कहने के लिए विभाग की ओर से छापेमारी की जाती है लेकिन इसका असर बाजार पर कुछ दिखता नहीं है. सैंपल आज लिए जाते हैं और रिपोर्ट आने में वक्त लगता है, तब तक त्यौहार भी खत्म हो जाता है. रिपोर्ट का खुलासा भी सब कुछ हो जाने के बाद होता है .इससे लोगों को कोई फायदा नहीं दिखता.
प्रशासन की तैयारी पूरी
अभी बर्ड फ्लू के कारण मुर्गे की बिक्री पर धनबाद में तो रोक नहीं है लेकिन चर्चा तो हो ही रही है. लोग डरे हुए है ही, वैसे होली को देखते हुए प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में होली के दिन इमरजेंसी में सीनियर की उपलब्धता सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए आदेश जारी किए गए हैं. जिले को सात जोन में बांटकर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. 2 साल के बाद लोगों को बिना किसी पाबंदी के होली मनाने की छूट मिली है. इसलिए लोग भी कम उत्साहित नहीं है. वैसे दुकानदारों का कहना है कि बाजार में पहले की तरह रौनक नहीं है. खरीदारी से लोग परहेज कर रहे हैं लेकिन होली मिलन समारोह में कोई कोताही नहीं दिख रही है . लोग बता रहे हैं कि एक दूसरे से आगे निकलने की मंशा से यह कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद