धनबाद(DHANBAD) : धनबाद की गोविंदपुर पुलिस परासी गांव के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी. पुलिस के पहुंचते ही ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. हालात को देखते हुए पुलिस वहां से निकल जाना ही बेहतर समझा और ऐसा किया भी. यह सब हुआ मंगलवार की शाम को. सूत्र बताते हैं कि पुलिस को एक मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करना था और कई लोगों को हाजिर होने का नोटिस देना था. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. दरअसल, गोविंदपुर पुलिस जेएलकेएम के टिकट पर धनबाद लोकसभा से चुनाव लड़ चुके अखलाक अंसारी व अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने मंगलवार की शाम गई थी.
हंगामा और भारी विरोध के कारण पुलिस को लौटना पड़ा
हंगामा और भारी विरोध के कारण पुलिस टीम को बिना कार्रवाई पूरा किये ही लौट जाना पड़ा. दरअसल, परासी स्थित एक स्पिरिट एलएलपी फैक्ट्री में उपद्रव मचाने के आरोप में जेएलकेएम नेता अखलाक अंसारी समेत अन्य आरोपियों को पुलिस को गिरफ्तार करना था. इसीलिए पुलिस पहुंची थी, कुछ लोगों को नोटिस भी देना था. पुलिस को देखते ही ग्रामीण एकजुट हो गए तथा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. आक्रोश देखकर पुलिस टीम वापस हो गई. बताया जाता है कि मंगलवार को गोविंदपुर के परासी गांव में 220 करोड की लगत से स्थापित फैक्ट्री का डीएसपी ने निरीक्षण किया था.
फैक्ट्री में 12 दिनों से प्रोडक्शन है बंद
फैक्ट्री में 12 दिनों से उत्पादन ठप है. उन्होंने निरीक्षण के बाद फैक्ट्री में उपद्रव मचाने वाले तथा जलापूर्ति पाइप काटने के आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेकर कारखाना बंद करने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी. आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा. फैक्ट्री सूत्रों के अनुसार 2 जनवरी से कारखाने का उत्पादन ठप है. मुकदमा दर्ज होने के बाद फैक्ट्री के बाहर धरना प्रदर्शन तो बंद हो गया है लेकिन कारखाने को खुदिया नदी से होने वाली जलापूर्ति की पाइप काट दी गई है. पानी के बिना उत्पादन पूरी तरह से ठप है. फैक्ट्री सूत्रों का कहना है कि जल शक्ति मंत्रालय ने फैक्ट्री को खुदिया नदी से पानी लेने की अनुमति दी है और इस एवज में मंत्रालय को शुल्क भी दिया जाता है. सूत्र बताते हैं कि मंगलवार की शाम हालात ऐसे बन गए थे कि पुलिस कोई रिस्क लेना उचित नहीं समझा.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो