धनबाद(DHANBAD): धनबाद के निरसा में 21 अगस्त की देर रात को फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर वाहन चालकों को "लूटने" वाले सात लोगों की गिरफ्तारी में लगातार कुछ ना कुछ खुलासे हो रहे हैं . पता चला है कि फर्जी विजिलेंस अधिकारियों की लालच और दबंगई ने उन्हें पुलिस के चंगुल तक पंहुचा दिया. देर रात को दो वाहनों पर सवार यह फर्जी अधिकारी निरसा के गोपालगंज में एक ट्रक को जबरन रोक लिया था. ट्रक चालक प्रमोद पासवान और खलासी सहित उसमें सवार एक अन्य की पिटाई तक कर दी थी.
पहले पचास हज़ार मांगे फिर पांच हज़ार में माने
ट्रक चालक से इन लोगों ने पचास हज़ार की मांग की. चालक ने पांच हज़ार देकर पिंड छुड़ाने की कोशिश की. जब फर्जी विजिलेंस अधिकारी नहीं माने तो ट्रक चालक ने बक्सर ,बिहार के ट्रक मालिक से आरोपियों की बात कराइ. ट्रक मालिक ने आरजू मिन्नत की ,फिर कहा कि पांच हज़ार से अधिक नहीं दे सकते है. इस पर फर्जी विजिलेंस अधिकारियों ने अपने फोनपे पर रूपया मंगवाया, तब जाकर ट्रक को छोड़ा गया. पिटाई खाये ट्रक चालक ने इसकी सूचना निरसा थाने को दी. उसके बाद पुलिस पहुंची और उनकी गिरफ्तारी की गई. इसके अलावा आसनसोल के रहने वाले रोहित कुमार सिंह के स्मार्टफोन पर बंगाल के कुछ महत्वपूर्ण लोगो का फोटो भी पुलिस को चौकाया है. पुलिस अब कड़ी से कड़ी जोड़ रही है ताकि इस गैंग की जड़ तक पहुंचा जा सके.
दो कार पर सवार थे फर्जी अधिकारी
फर्जी बिजनेस अधिकारी दो कार पर सवार थे. जब्त किए गए कार के नंबर प्लेट के ऊपर स्टेट कन्वेनर, पश्चिम बंगाल, क्राइम एंड विजिलेंस सेल लिखा हुआ बोर्ड था. कार के अंदर से टीएमसी का झंडा एवं कार्यक्रम में अतिथियों को सम्मानित करने वाला बैच भी मिला था. . सातों लोग फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर एनएच टू से गुजर रहे वाहनों को रुकवा कर उनसे कागजात की जांच एवं तरह-तरह के बहाने बनाकर पैसे वसूल रहे थे. लेकिन अधिक वसूली की लालच में फंस गए . वाहन चालक ने निरसा थाना प्रभारी को मामले की जानकारी दी.जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव दल- बल के साथ मौके पर पहुंचे और विजिलेंस अधिकारी बने सात लोगों को उनके वाहनों के साथ पकड़ कर थाना ले गए. मामले की जांच करने के बाद पता चला कि यह लोग फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर वाहन चालकों से पैसे की वसूली कर रहे थे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो