धनबाद(DHANBAD): गोविंदपुर के खालसा होटल में सोमवार को बम फोड़ने का सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है. फुटेज में साफ दिख रहा है कि निरसा की ओर से आए बाइक सवार अपराधियों ने होटल के सामने बाइक रोकी. उसके बाद पीछे बैठा युवक ने ताबड़तोड़ दो बम चार्ज किये. होटल के काउंटर को निशाना बनाया गया था. उस समय होटल के बाहर एक युवक भी खड़ा था. बम विस्फोट होने के बाद वह जान बचाने के लिए बेहतरती ढंग से भागा . बम फटने के बाद अपराधी सरपट भाग निकले. बाइक चला रहा युवक हेलमेट पहने हुए था जबकि पीछे बैठा बम फेंकने वाला युवक गमछा लपेटे हुए था. इसके पूर्व 8 सितंबर को भी मेजर नाम से पर्चा जारी कर बम फेंकने की बात कही गई थी.
आठ सितंबर को भी दी गई धमकी
पर्चा में दावा किया गया था की बारिश की वजह से बम नहीं फटे. तीन माह पहले भी होटल मालिक गुरु चरण सिंह शेरा को रंगदारी के लिए धमकी दी गई थी. होटल के मोबाइल नंबर पर अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप के जरिए दो मैसेज आए थे. जिसमें छोटे सरकार के शूटर मेजर के नाम से एक मुश्त तीस लाख और प्रति महीने तीन लाख रंगदारी की मांग की गई थी. दूसरे मैसेज में गोली खाने के लिए तैयार रहने की धमकी दी गई थी. इस घटना के बाद होटल मालिक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अपराधियों की तलाश में जुट गई है. लेकिन फायरिंग की ताबड़तोड़ घटनाओं ने पुलिस से लेकर आवाम को सकते में डाल दिया है. फायरिंग के इस आकड़ों को देखें तो पता चल जाएगा कि आखिर धनबाद के लोग क्यों डरे और सहमे रहने को विवश है.
इन आंकड़ों को देखने के बाद आप क्या कहेंगे
सारे आकड़े '2023 के ही है. पहली जून को तोपचांची के होटल में बमबारी, फिर 7 जून को ठाकुर मोटर्स के मालिक संजीव ठाकुर को गोली मारना, 27 जून को मछली कारोबारी रसीद महाजन के घर पर फायरिंग, 29 जून को अप्सरा डेर्सेस के मालिक के निवास पर फायरिंग, 10 जुलाई को गोविंदपुर के बिहारी लाल चौधरी प्रतिष्ठान पर फायरिंग, इसके पहले 14 मार्च को कोयला कारोबारी बंटी चौधरी के घर पर फायरिंग, 8 अगस्त को जिया साइबर कैफे पर फायरिंग, 12 अगस्त को बैंक मोड़ के सलूजा टायर्स पर फायरिंग, 29 अगस्त को बैंक मोड़ के घराना ज्वेलर्स पर फायरिंग, 6 सितंबर को पुटकी के जीवन मेडिकल पर फायरिंग, 11 सितंबर को गोविंदपुर के खालसा होटल पर बमबाजी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो