धनबाद(DHANBAD): आठ परिवारों के दिन अच्छे थे.अन्यथा रविवार की रात बड़ी घटना हो सकती थी. सभी परिवार स्कूल के कैंप में रह रहे थे,लेकिन वहां भी धंसान की घटना हो गई. धनबाद के अंगार पथरा में रविवार की रात लगभग 9 बजे स्कूल का एक कमरा जमीन में समा गया. लोग तो बता रहे हैं कि जमीन के नीचे यह कमरा 50 फुट चला गया है. यह स्कूल बंद है. कमरे में विस्थापित अरुण भुइया का घरेलू सामान रखा हुआ था. पूरा सामान जमीन के अंदर चला गया है.
स्कूल के कमरे का आधा हिस्सा जमींदोज हो गया
जानकारी के अनुसार स्कूल के कमरे को बगल के डेंजर जोन स्थित भूली क्वार्टर निवासी अरुण उराव सहित अन्य को कुछ दिनों के लिए रहने के लिए दिया गया था. स्कूल के कमरे का आधा हिस्सा जमींदोज हो गया. घटना के दौरान अरुण उरांव का 7 वर्षीय बेटा खाना खा रहा था कि घटना हो गई. जैसे ही दीवार गिरने लगी वह दौड़ पड़ा, जिसे उसकी जान बच गई. जानकारी के अनुसार इलाका डेंजर जोन घोषित होने के बाद भी वहां रहने वाले आठ परिवार स्कूल और आसपास के आवासों में शरण लिए हुए हैं. जमींदोज होने के पहले जोरदार आवाज के साथ स्कूल की दीवार गिरने लगी, उसके बाद तो अफरा-तफरी मच गई. घटना के बाद अगल-बगल रहने वाले लोग जुट गए.
आक्रोशित लोगों ने परियोजना का काम कराया बंद
आक्रोशित लोगों ने परियोजना का काम बंद करा दिया. बता दें कि घर परियोजना में जाने के बाद वह बंद स्कूल भवन में अपने परिवार के साथ रह रहा था. प्रबंधन द्वारा उसे दूसरी जगह जमीन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया था. इस बीच यह घटना घट गई. बीसीसीएल के सर्वे विभाग ने कुछ दिन पूर्व उस इलाके को डेंजर जोन घोषित किया था. डेंजर जोन घोषित होने के बाद प्रबंधन द्वारा इलाके को खाली करने का नोटिस दिया गया था. वहां रहने वाले कुछ परिवारों को कंपनी ने पुनर्वास भी कराया था. वर्तमान में आठ परिवार पुनर्वास की मांग को लेकर स्कूल में ही रह रहे हैं.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो