धनबाद(DHANBAD): धनबाद के रिकॉर्ड रूम में शुक्रवार को घूस लेते प्रधान सहायक और उनके सहयोगी के पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं था. इसके पहले सितंबर 2023 में एसीबी की टीम ने रिकॉर्ड रूम के ही प्रधान सहायक कृष्णनेंदु चौधरी को घूस लेते गिरफ्तार किया था. वह टुंडी के रहने वाले एक व्यक्ति से ₹6000 रिश्वत की मांग की थी.₹4000 लेते हुए पकड़े गए थे. उसके बाद कुछ दिन तक घूसखोरी पर लगाम लगा था. लेकिन उसके बाद फिर शुरू हो गया. बता दे कि शुक्रवार को एसीबी की टीम ने छापेमारी कर प्रधान सहायक संजय कुमार और अनुबंध कर्मी सोमनाथ चक्रवर्ती को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. यह रेड दोपहर 12:30 बजे की गई थी. मनोहर महतो ने संजय कुमार के खिलाफ एसीबी में लिखित शिकायत की थी.
मनोहर महतो टुंडी स्थित जमीन की सच्ची प्रति निकलवाने के लिए ₹20 के स्टांप टिकट के साथ 28 नवंबर को आवेदन किया था. इसके बाद आवेदन का पता लगाने कार्यालय जाते रहे. वहां प्रधान सहायक ने खतियान की सच्ची प्रति निकालने के लिए ₹10000 की मांग की थी. बार-बार अनुरोध करने पर संजय कुमार ने 6500 देने पर सच्ची प्रति निकालने की बात कही. मनोहर महतो रिश्वत देना नहीं चाहते थे. उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी से की. एसीबी ने जांच की तो मामला सही पाया. इसके बाद प्राथमिक दर्ज करते हुए छापेमारी के लिए टीम बनी. टीम तय समय पर पहुंची. वहां संजय कुमार के कहने पर रिश्वत की राशि लेते सोमनाथ चक्रवर्ती को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद प्रधान सहायक की गिरफ्तारी हुई. यह भी सूचना है कि टीम ने कार्यालय में छानबीन की. प्रधान सहायक के घर की भी जांच की. टीम यह पता लग रही है कि कितने खतियान की सच्ची प्रति निकलवाने के लिए कार्यालय को आवेदन दिया गया है. जो भी हो लेकिन यह भी अजब संयोग है कि एक हेड कलर एक साल पहले घूस लेते पकड़ा गया. फिर एक साल बाद दूसरा हेड क्लर्क भी इसी तरीके से घूस लेते पकड़ा गया. एसीबी की कार्रवाई ताबड़तोड़ चलती रही है. लेकिन घूसखोरी बंद नहीं हो रही है. शुक्रवार को एसीबी ने इस साल का अपना 11 वां ट्रैप किया.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो