धनबाद(DHANBAD): पुलिस और वासेपुर के शांतिप्रिय लोग लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि अगल-बगल के कम उम्र के बच्चे गैंग से दूर रहें. लेकिन गैंग्स की जड़ें इतनी अधिक मजबूत होती जा रही है कि किशोर उनके चंगुल में अभिभावकों के नहीं चाहने के बाद भी फंसते जा रहे हैं. वासेपुर के मछली कारोबारी रसीद महाजन के घर फायरिंग हुई. इसके अलावा अप्सरा ड्रेसेस के मालिक मोहम्मद सलीम के घर रंगदारी के लिए फायरिंग की गई. इन दोनों घटनाओं में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर लगभग 10 लोगों को हिरासत में लिया है. इन 10 लोगों में कुछ नाबालिग भी हैं, जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है. उसी के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है.
पुलिस कर रही कार्रवाई
अभी हाल ही में खेल खेल में ही बच्चों ने एक गैंग तैयार कर लिया था और एक ग्रुप बनाकर व्हाट्सएप की डीपी में प्रिंस खान की तस्वीर लगाकर रंगदारी मांगने लगे थे. गनीमत थी कि अभी अपने संबंधियों को ही भेजी गई थी. पुलिस को जब सूचना मिली तो छापेमारी कर ऐसे कई बच्चों को पूछताछ के लिए थाना ले आई. पीछे से उनके अभिभावक भी पहुंचे. बच्चों ने ईमानदारी पूर्वक सारी बातें पुलिस को बता दी. पुलिस ने संतुष्ट होकर सभी बच्चों को इस हिदायत के साथ छोड़ दिया कि आगे ऐसा नहीं करेंगे. उसके बाद से पुलिस और वासेपुर के संभ्रांत लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं कि बच्चों को गैंग्स की गतिविधियों से दूर रखा जाए. इसके लिए मस्जिदों से अपील भी कराई गई. अभिभावकों से कहा गया कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें. देर रात को कहां जाते हैं, किस से मिलते हैं ,अगर उनके पास कीमती मोबाइल है तो कहां से आए ,अगर बाइक है तो वह कहां से मिली, इन सब की जांच पड़ताल करें और हमेशा बच्चों पर निगरानी रखें. इसके बाद भी मछली कारोबारी और अप्सरा ड्रेसेस के मालिक के घर फायरिंग हो गई और इस फायरिंग में कुछ नाबालिगों के शामिल होने का भी पुलिस को संदेह है. देखना है जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, वह क्या सचमुच इन फायरिंग की घटनाओं में शामिल थे. देखना है कि क्या पुलिस को इनसे कुछ सुराग हाथ लगता है और इन दोनों घटनाओं में शामिल लोगों को पहचाना जा सकता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो