धनबाद(DHANBAD): अपराधियों की लगातार सक्रियता से फजीहत झेल रही धनबाद पुलिस फिलहाल पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गई है. शनिवार को कारोबारी को गोली मारने की घटना के बाद पुलिस अधिकारी पूरी तरह से लोगों के निशाने पर हैं .कारोबारियों का गुस्सा तो चरम पर है. हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. इधर कारोबारी पहली नवंबर से अपना कारोबार अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का रविवार को ऐलान कर दिया.फिलहाल गोली कांड की जांच के लिए कई एजेंसियां लगी हुई हैं .जांच एजेंसियों ने घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला है. फुटेज में हमलावर नजर आए है. एक व्यक्ति को मोबाइल से बात करते हुए भी पाया गया है. अब उसकी खोज के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
जांच के लिए विशेष टीम का गठन
इस घटना के बाद विशेष टीम का गठन कर दिया गया है .टीम अपना काम कर रही है और पुलिस को भरोसा है कि जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा. इधर कार सेंटर के मालिक दीपक अग्रवाल पर फायरिंग के मामले में उनके पिता ने बैंक मोड़ थाने में लिखित शिकायत की है. अपनी शिकायत में कहा है कि उनका पुत्र दीपक अग्रवाल बैंक मोड़ गुडविल प्रॉपर्टीज मार्केट में कार सेंटर नामक स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाते हैं. शनिवार की रात करीब 8:30 बजे एक अज्ञात व्यक्ति चेहरे पर कपड़ा बांधे आया और पिस्तौल निकाल कर गोली चला दी. गोली मेरे पुत्र के चेहरे को चीरते हुए निकल गई. वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गया. उसके बाद अपराधी फरार हो गए. दुकान के कर्मचारी और अगल-बगल के लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है.
घटना के बाद जिले में हाई अलर्ट जारी
शनिवार की घटना के बाद से जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी थाना की पुलिस को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में लगातार चेकिंग करते रहें. किसी पर शक होता है तो उन्हें रोक कर जांच करें .इसके बाद सभी थाना क्षेत्र में जांच शुरू कर दी गई है. चर्चा तो यह भी है कि शनिवार को मैथन और बंगाल से जिन तीन अपराधियों को एटीएस ने पकड़ा था, उनसे सीसीटीवी में दिख रहे चेहरे की पहचान कराई गई है .उन लोगों ने उसे पहचान लिया है और कहां है कि इन्हीं लोगों ने उसे मैथन में रिसीव किया था. जो भी हो लेकिन धनबाद के कारोबारी इस घटना को लेकर आर पार की लड़ाई के मूड में है.
पुलिस पर अपराधियों के साथ गठजोड़ का आरोप
व्यवसाईयों ने इसके पहले जब मीटिंग रखी थी तो पुलिस ने भरोसा दिया था कि वह आंदोलन का रास्ता छोड़ दें, उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी, लेकिन उसके बाद शनिवार को फिर घटना घट गई और पर्चा वायरल हुआ .इस घटना के बाद से तो पुलिस पर अपराधियों के साथ गठजोड़ के भी आरोप लगने लगे हैं. सांसद पशुपतिनाथ सिंह भी मुखर हो गए हैं. भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर धनबाद में कानून व्यवस्था की बदहाली पर तंज कसते हुए कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में काम कर रहे कुछ एटीएस के अधिकारियों को मांग ले. साथ ही बुलडोजर भी मंगा ले. यह बात तो सच है कि गैंगस्टर प्रिंस खान तक पहुंचाना झारखंड पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है. विदेश में बैठकर वह गैंग ऑपरेट कर रहा है और धनबाद में आतंक का माहौल कायम करने में सफल हो जा रहा है. देखना है कि फजीहत से परेशान पुलिस का अगला रुख क्या होता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो