धनबाद(DHANBAD): धनबाद पुलिस और एटीएस गैंग्स के खिलाफ फुल एक्शन मोड में है. पुलिस वैसे लोगों की सूची तैयार कर रही है, जो गैंगस्टर को आर्थिक मदद पहुंचा रहे हैं. वैसे लोगों की भी सूची बन रही है जो गैंग्स को धमकी के बाद पैसे देने में अपनी भलाई समझ रहे है. वैसे लोग अब पुलिस के रडार पर है.पुलिस लगातार गैंग्स को सहयोग नहीं करने की अपील कर रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ भी पुलिस अब कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर ली है. कई लोग पुलिस के रडार पर हैं.
साइबर कैफे संचालक पर पर ATS और पुलिस की नजर
इधर, एटीएस सहित पुलिस की नजर कई साइबर कैफे संचालक पर है. जानकारी मिली है कि एटीएस ने दो साइबर कैफे संचालक को उठाया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. शूटरों तक पैसा पहुंचाने में साइबर कैफे की गैंग्स के लोग मदद लेते हैं. साइबर कैफे वाले जानबूझकर या अनजान में पैसा ट्रांसफर करते हैं, इसका खुलासा तो जांच से ही होगा. लेकिन सुरक्षा से लेकर तमाम इंतजाम में पुलिस सक्रिय हो गई है. भीड़भाड़ वाले बाजार में पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है.
दीपक अग्रवाल पर गोली चलाने वाला छोटू अंसारी जेल में
इधर, पुलिस ने फिर भूली ट्रेंनिंग स्कूल के पास से गैंग्स के तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इनके पास से दो पिस्तौल, चार गोली और तीन मोबाइल बरामद किए गए हैं. पुलिस ने गुरुवार को छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार किया था. पुलिस का दावा है कि तीनों प्रिंस खान गैंग के लिए काम करते थे. बैंक मोड़ के दीपक अग्रवाल पर गोली चलाने के मुख्य आरोपी छोटू अंसारी को शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके बाद शाम को सदर अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. पुलिस जब हथियार बरामद करने गई थी तो छोटू अंसारी उलझ गया था. उसके बाद पुलिस की गोली से वह घायल हो गया था. पुलिस का दावा है कि छोटू अंसारी ही दीपक अग्रवाल पर फायरिंग का मुख्य आरोपी है. बहरहाल पुलिस गैंग्स की कमर तोड़ने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. लोगों से अपील कर रही है कि पुलिस सक्रिय है और गैंग्स के लोगों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो