धनबाद(DHANBAD): धनबाद नगर निगम के मेयर का सीट महिला के लिए आरक्षित होने के बाद चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने पैंतरा बदलना शुरू कर दिया है. अब मेम साहब ड्राइविंग सीट पर रहेंगी तो साहब स्टेपनी बनेंगे. जी हां, सीट आरक्षित होने के बाद चुनाव लड़ने वाले नेता अपनी पत्नियों को चुनाव में उतारने का मन बना रहे हैं. ऐसा लगता है कि जो-जो भी मजबूत उम्मीदवार थे, उनकी पत्नियां चुनाव में आमने-सामने होंगी. पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल की पत्नी बीना अग्रवाल चुनाव लड़ सकती हैं, तो चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले समाजसेवी विजय झा की पत्नी डॉ शिवानी झा भी मैदान में उतर सकती हैं. हालांकि, वह मेयर पद की चुनाव लड़ चुकी हैं. वहीं, विधायक ढुल्लू महतो की पत्नी सावित्री देवी की भी चुनाव में उतरने की संपूर्ण संभावना है. पूर्व मेयर इंदु देवी भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है.
मथुरा महतो की पत्नी की भी चुनाव लडने की संभावना
विधायक मथुरा महतो की बहू भी चुनाव में उतर सकती हैं. इसके अलावा कांग्रेस के शमशेर आलम भी अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं. कांग्रेस के भी कई लोगों की चर्चा है जो या तो अपनी पत्नी को अथवा बहू को चुनाव मैदान में उतार सकते हैं. कुल मिलाकर कोयलांचल के चौक चौराहों पर गुरुवार को यही चर्चा रही कि कौन किसको चुनाव में उतरेगा. आपको बता दें कि धनबाद नगर निगम का चुनाव इस बार हॉट केक बना हुआ था. संभावना थी कि चुनाव में आरक्षण की कोई बाध्यता नहीं रहेगी. इसी को देखते हुए चुनाव लड़ने वाले अपने अपने ताने-बाने बुन रहे थे लेकिन अचानक गुरुवार को आरक्षण रोस्टर पूरे झारखंड का जारी कर दिया गया. उस रोस्टर में धनबाद की सीट महिला को दी गई है. इसके बाद से चुनाव लड़ने वालो ने अपने-अपने ढंग तरीके से चुनाव का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया है. देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन महिला प्रत्याशी चुनाव में उतरती हैं और किनसे उनका आमना-सामना होता है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद