धनबाद (DHANBAD) : लीजिए, अब धनबाद में मेयर का पद एससी के लिए आरक्षित कर दिया गया है. झारखंड सरकार ने प्रदेश के मेयर के पदों को म्यूजिकल चेयर बना दिया है. कभी किसी के लिए यह सीटें आरक्षित होती है तो कभी किसी के लिए. हालिया निर्णय के बाद धनबाद के लिए तीसरी बार मेयर सीट का आरक्षण बदला गया है. पहली बार 2021 में धनबाद सीट ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया था, फिर 2022 के नवंबर में महिलाओं के लिए रिजर्व किया गया. अब इस सीट को एस सी के लिए रिजर्व कर दिया गया है. सरकार के इस निर्णय से कई नेताओं को बड़ा झटका लगा है.
पहले महिला के लिए आरक्षित किया गया था मेयर का सीट
17 नवंबर को राज्य निर्वाचन आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर धनबाद मेयर सीट को महिला के लिए आरक्षित कर दिया था. इससे धनबाद के पुरुष नेताओं को झटका लगा था, लेकिन संभलते हुए दूसरे ही दिन सभी दावेदारों ने अपनी पत्नियों को चुनाव में उतारने की घोषणा कर दी. चुनाव प्रचार भी शुरू हो गया था. कार्यालय भी खो ल लिए गए थे, अब एस सी के लिए रिजर्व होने के बाद बाकी जातियों के नेताओं का चुनाव लड़ने का सपना टूट जाएगा. अभी तक महिला प्रत्याशी के रूप में जिन दावेदारों के नाम सामने आए थे, उनमें पूर्व मेयर इंदु देवी, पूर्व विधायक कुंती सिंह, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल की पत्नी बीना अग्रवाल, विधायक ढुल्लू महतो की पत्नी सावित्री देवी, बिया डा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा की पत्नी डॉक्टर शिवानी झा ने दावा पेश किया था, लेकिन सरकार के निर्णय से अब उनके निर्णय पर पानी फिर गया है. इस अचानक बदलाव से राजनीतिक दलों की भी बेचैनी बढ़ गई है. कल तक एक ही पार्टी में कई कई दावेदार थे लेकिन अब दावेदारों की संख्या घट सकती है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि सरकार ने मेयर के पदों को म्यूजिकल चेयर बना दिया है. चुनाव होने के पहले ही लगातार बदलाव किए जा रहे हैं, देखना है आगे क्या होता है और निकायों का चुनाव कब संपन्न हो पाता है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद