धनबाद(DHANBAD): धनबाद लोकसभा चुनाव का परिणाम तो 4 जून को आएगा, लेकिन उसके पहले ही धनबाद के राजनीतिक दलों में घमासान शुरू हो गया है. भाजपा आगे आगे चल रही है तो कांग्रेस पीछे-पीछे. भाजपा ने पहले चुनाव के बीच विधायक राज सिन्हा सहित पांच मंडल अध्यक्षों को नोटिस जारी किया, तो उसे आगे बढ़ते हुए कांग्रेस ने कुल नौ नेता और कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यह हाल है चुनाव परिणाम के पहले का, तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि चुनाव परिणाम आने के बाद आगे क्या-क्या संभव हो सकता है. यह बात तो तय है कि धनबाद का चुनाव परिणाम जो भी हो होगा, लेकिन यह परिणाम धनबाद की राजनीति को बदल देगा .क्योंकि दोनों दलों में नेताओं के बीच कटुता तेज होती जा रही है. यह कटुता आगे कहां तक जाएगी, इसका अंदाज अभी लगाना मुश्किल है. दोनों दल भितरघातियों से निपटने की रणनीति बना रहे है, लेकिन इसमें कौन कितना सफल होगा, यह आने वाला वक्त ही बताएगा.
जिला कांग्रेस ने नौ पार्टी नेताओं को किया निष्कासित
लोकसभा चुनाव की वोटिंग होते ही जिला कांग्रेस ने नौ पार्टी नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है,वह भी अब मुखर हैं .जिनको निष्कासित किया गया है ,उनमें रामचंद्र शर्मा और किरीट भूषण रूंज जिला उपाध्यक्ष थे. तो राजीव रंजन चौबे और जगदीश साव जिला महासचिव थे. गोविंदपुर के उमा चरण महतो पूर्व जिला उपाध्यक्ष थे. मनोज सिंह विशेष आमंत्रित कार्य समिति सदस्य थे. जबकि रामप्रवेश शर्मा, मुकेश राणा सक्रिय सदस्य और ललन चौबे इंटक से जुड़े हुए थे.
निष्कासन के बाद से ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू
इधर, निकाले गए नेता बिना नोटिस भेजे कार्रवाई को गलत बता रहे है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान इन सभी ने पार्टी विरोधी काम किया है. इसके प्रमाण है. वीडियो फुटेज व फोटो भी है. जो भी हो लेकिन यह निष्कासन कांग्रेस की राजनीति में भी घमासान मचाएगी. वैसे तो निष्कासन के बाद से ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद इसमें और तेजी आने की संभावना है. धनबाद लोकसभा चुनाव का परिणाम 4 जून को आएगा. काउंटिंग की तैयारी प्रशासनिक स्तर पर अंतिम चरण में है. धनबाद लोकसभा क्षेत्र में 14.18 लाख वोटो की गिनती करनी होगी. इतने ही वोट पड़े हैं. गिनती के बाद ही लोकसभा चुनाव का परिणाम जारी होगा.
सातवें चरण का चुना काफ़ी दिलचस्प
इधर,कोयलांचल की चुनावी राजनीति संथाल परगना शिफ्ट हो गई है. 1 जून को संथाल परगना के तीन लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. इन इलाकों में चुनाव प्रचार गुरुवार की शाम 5 बजे खत्म हो जाएगा. इसके बाद ना लाउडस्पीकर बजेगा, ना जनसभा होगी और ना ही रोड शो होंगे. संथाल परगना में चुनाव प्रचार के लिए बाहर से गए नेता और कार्यकर्ताओं को गुरुवार को लौट जाना होगा. झारखंड में अंतिम और सातवें चरण का चुनाव दुमका, राजमहल और गोड्डा में होना है. इन तीनों लोकसभा क्षेत्र में कुल 52 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. संथाल की गोड्डा और दुमका संसदीय क्षेत्र पर सीधा जबकि राजमहल में त्रिकोणीय संघर्ष की बात कही जा रही है. वैसे संथाल की सीटें एनडीए और इंडिया ब्लॉक के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है. दुमका और गोड्डा लोकसभा सीट फिर से जितना इंडिया के लिए चुनौती है तो राजमहल सीट पर अपना कब्जा बनाए रखना इंडिया ब्लॉक के लिए भी अग्नि परीक्षा है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो