धनबाद: भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने नामांकन के बहाने मंगलवार को अपनी और अपनी पार्टी की ताकत और समर्थन को दिखाया तो बुधवार को कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह की बारी है. देखना है कि नामांकन के बहाने समर्थकों का जुटान कर कौन किस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ाने में सफल होता है. वैसे मंगलवार को ढुल्लू महतो ने अपनी पूरी ताकत झोंकी. एनडीए और गठबंधन के नेताओं ने एक जुटता दिखाई. गोल्फ ग्राउंड की सभा में भाजपा नेता झारखंड में चल रही गठबंधन की सरकार पर खूब बरसे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बखान किया.
आज कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह करेंगी नामांकन
आज कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं की बारी है. आज धनबाद में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं का जुटान होगा. कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह दिन के एक बजे समर्थकों के साथ डीसी ऑफिस पहुंचेंगी .नॉमिनेशन के बाद सभा होगी. इसके पहले रोड शो भी होगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन तथा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहेगी. दावा किया गया है कि नॉमिनेशन कार्यक्रम में सभी घटक दलों के नेता और कार्यकर्ता शामिल रहेंगे.
धनबाद लोकसभा सीट पर आज के बाद चुनाव प्रचार तेज
गोल्फ ग्राउंड में आयोजित इंडिया ब्लॉक की सभा में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी पहुंचेंगे. उनके साथ मंत्री आलमगीर आलम तथा सत्यानंद भोक्ता भी रहेंगे.तीनों रांची से हेलीकॉप्टर से बरवाअड्डा हवाई पट्टी पर उतरेंगे. वहां से सभा स्थल गोल्फ ग्राउंड पहुंचेंगे और सभा को संबोधित करेंगे. कल्पना सोरेन भी गिरिडीह से सड़क मार्ग से धनबाद पहुंचेगी और सभा में शामिल होंगी. धनबाद लोकसभा सीट पर आज के बाद चुनाव प्रचार तेज हो जाएगा. भाजपा प्रत्याशी ने नॉमिनेशन कर दिया है तो आज कांग्रेस प्रत्याशी भी नामांकन कर देगी. उसके बाद चुनाव प्रचार का जोर बढ़ेगा. मजदूर संगठनों की भूमिका बढ़ेगी. भाजपा ने बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने बेरमो के विधायक अनूप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह को कैंडिडेट घोषित किया है.
दोनों उम्मीदवार धनबाद लोकसभा क्षेत्र के बाहर के हैं. ढुल्लू महतो बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो कि गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. जबकि अनुपमा सिंह बेरमो विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली हैं, यह भी इलाका गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. ऐसे में धनबाद के वोटरों को साधने के लिए प्रयास करने होंगे. दोनों उम्मीदवार प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कोयला मजदूरों की यूनियन से जुड़े हुए हैं. कोयला मजदूर भी धनबाद लोकसभा क्षेत्र में काफी संख्या में वोटर हैं. आज मई दिवस है. कोयला उद्योग में आउटसोर्सिंग कंपनियों के प्रवेश के बाद कोयला मजदूरों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही है और ठेका मजदूरों की संख्या बढ़ रही है. आज मई दिवस पर मजदूरों की परेशानी पर कौन क्या बात करता है, इस पर कोयला मजदूरों की नजर टिकी रहेगी
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो