धनबाद(DHANBAD): झारखंड के जामताड़ा में साइबर अपराधियों की पाठशाला चलती है बावजूद वहां से अधिक साइबर अपराध के मामले धनबाद में दर्ज हैं .एक आंकड़े के मुताबिक जामताड़ा में जहां 2019 से लेकर अगस्त 2023 तक 338 मामले दर्ज हुए, वहीं धनबाद में 416 मामले दर्ज किए गए हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि झारखंड की राजधानी रांची में धनबाद से तीन गुना से भी अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
देखिए साइबर अपराध के आंकड़े
रांची में उपरोक्त अवधि में कुल 1376 केस दर्ज हुए हैं. धनबाद में 416, देवघर में 391, जमशेदपुर में 385, हजारीबाग में 355, जामताड़ा में 338, गिरिडीह में 289 ,रामगढ़ में 183, पलामू में 179, लातेहार में 164, सरायकेला में 157, बोकारो में 149, दुमका में 121 केस दर्ज हुए हैं. इस तरह पूरे झारखंड में 5405 मामले दर्ज हुए हैं. रांची का ग्राफ सर्वाधिक है. यह आंकड़ा सीआईडी द्वारा तैयार किया गया बताया गया है. रांची की स्थिति सबसे अधिक खराब होने पर भी चिंता व्यक्त की गई है.
साइबर अपराधियों की करतूत से लोग तबाह और परेशान
धनबाद कोयलांचल की बात की जाए तो यहां भी साइबर अपराधियों की करतूत से लोग तबाह और परेशान है. हर दूसरे तीसरे दिन खबरें आती है कि फलां के अकाउंट से इतने हजार तो किसी अकाउंट से इतने लाख रुपए की ठगी कर ली गई है. वैसे जामताड़ा धनबाद जिले से सटा हुआ इलाका है. धनबाद के ग्रामीण इलाके अभी साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं. गरीब और अनपढ़ लोगों के नाम पर बैंक में खाता खुलवाकर साइबर अपराधी उसमें पैसा ट्रांसफर करवाते हैं .फिर उन पैसों को निकाल लेते हैं .खाता खोलने वालों को झांसा में लिया जाता है कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. लेकिन असलियत इसे अलग होती है .
तरह-तरह से तरीके अपना कर लोगों को लूट रहे साइबर अपराधी
अभी हाल ही में धनबाद के निरसा में मुंबई पुलिस पहुंचकर साइबर ठगी के एक मामले में अनपढ़ महिला को गिरफ्तार कर ले गई. उस महिला को यह भी नहीं मालूम था कि उसके बैंक अकाउंट में ट्रांजैक्शन किए गए हैं .साइबर अपराधी गैंग में भी कम उम्र के लड़के अधिक शामिल हो रहे हैं. यहां भी ईजी गोइंग मनी का ही मामला है. साइबर अपराध की दुनिया में प्रवेश कर आज कई परिवार महल में रह रहा है. पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती है लेकिन जब वह जेल से बाहर आते हैं तो फिर उसी काम में लग जाते हैं. नतीजा है कि साइबर अपराधी तरह-तरह से तरीके अपना कर लोगों को लूट रहे हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो