धनबाद(DHANBAD): मैथन पावर लिमिटेड प्रदूषण फैला रहा है. ग्रामीण और मुखिया लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं. सोमवार की दोपहर प्रदूषण विभाग की टीम जांच को पहुंची. अधिकारियों ने आरोपों की जांच की एवं अपनी रिपोर्ट देने की बात कही. टाटा पावर और दामोदर वैली कार्पोरेशन की मैथन इकाई के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे मैथन पावर लिमिटेड आए दिन विवादों में रहता है. कभी कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को लेकर तो कभी नियोजन की मांग पर आंदोलन होते रहते हैं. इधर, मैथन पावर लिमिटेड से सटे पलारपुर पंचायत के कमारडीह गांव के ग्रामीणों ने लिखित शिकायत पंचायत की मुखिया अपर्णा देवी को दी थी.
कोयला और छाई ढुलाई कर रहा है परेशान
उन्होंने कहा था कि कंपनी के कोयला और छाई ढुलाई से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैल रहा है. गांव की जमीन बंजर हो रही है. साथ ही गांव के लोग बीमार हो रहे है. इसी शिकायत के आलोक पर मुखिया अपर्णा देवी ने मुख्यमंत्री, प्रदूषण विभाग और जिला के उपायुक्त को पत्र लिखा था. इसी शिकायत पर सोमवार दोपहर टीम ने गांव पहुंचकर बारीकी से जांच की. साथ ही ग्रामीणों से जानकारी ली. इधर, प्रदूषण विभाग से आए अधिकारी ने कहा कि वस्तुस्थिति की जानकारी ले ली गई है, जल्द ही मैथन पावर लिमिटेड को निर्देश दिया जाएगा कि जल्द ही इसपर रोक लगाए अन्यथा कार्रवाई की जाएगी. मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि पिछले कई महीनो से गांव की जनता की शिकायत आ रही थी. आरोप है कि मैथन पावर लिमिटेड के लिए जो कोयला जाता है, उसके लिए आवासीय रास्ते का उपयोग किया जाता है. इस वजह से सड़क दुर्घटनाएं भी अधिक होती है. देखना होगा कि प्रदूषण विभाग की जांच का आगे क्या असर होता है.
धनबाद(निरसा) से विनोद सिंह की रिपोर्ट
