धनबाद(DHANBAD): बीसीसीएल में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनियों के परिसर में फायरिंग और बमबाजी की घटनाएं रुक नहीं रही है. दबंगता कायम करने के लिए यह सब किया जाता है. मकसद होता है कि आउटसोर्सिंग कंपनी में लोकल रंगदारों की दबंगता कायम हो, इसके लिए यह सब किया जाता है. वैसे, आउटसोर्सिंग कंपनियों में जो भी विवाद होता है, मजदूरों के नाम पर किया जाता है, लेकिन सच्चाई इससे कुछ अलग होती है. छोटी-मोटी घटनाओं को आउटसोर्सिंग कंपनियां दरकिनार कर देती हैं लेकिन जब बड़ी घटनाएं होती हैं तो मामला पुलिस तक जाता है. इस वजह से घटना की सूचना भी विलंब से प्रसारित होती है.
गोली और बम के धमाकों से दहल गया इलाका
जानकारी के अनुसार पुटकी स्थित एसटीजी आउटसोर्सिंग कंपनी के गोपालीचक पैच की उत्खनन परिसर में गुरुवार की देर रात गए बम और गोलियां बरसाई गई. 6 चक्र से भी अधिक गोलियां चली. कई बम भी फेंके गए. दो बम फटे नहीं. देर रात गए अपराधी पहले परिसर में धावा बोला, पथराव कर कर्मचारियों को भगा दिया. उसके बाद बम चार्ज करना शुरू कर दिए. फिर गोलियां चलने लगी. अपराधियों ने वाहनों को निशाना कर गोलियां दागी. कुछ वाहन क्षतिग्रस्त भी हो गए. दो बम नीचे गिर गए. यह घटना उस समय की गई, जब परिसर में सुरक्षा गार्ड सहित दो दर्जन से अधिक कर्मचारी मौजूद थे. सूचना पाकर पुलिस पहुंची और छानबीन की. जीवित बम को निष्क्रिय कर दिया गया.
धरना को विफल करने के लिए हुई फायरिंग
जानकारी मिली है कि आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ एक संगठन ने धरना की घोषणा की थी. इसके पहले ही रात में अपराधियों ने बम- गोली चलाकर दहशद फैला दी. साइट इंचार्ज ने पुलिस में शिकायत की है. कहा जाता है की धरना को असफल करने के लिए यह सब किया गया है. आउटसोर्सिंग कंपनियां भी लोकल रंगदारों को मुखौटा के रूप में इस्तेमाल करती है. उन्हें लाइजनिंग ऑफिसर का पद दे दिया जाता है. उनका काम होता है कि किसी भी परेशानी में कंपनी का साथ दे. ऐसे में जब दूसरे गुट का स्वार्थ सिद्ध नहीं होता तो फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. जो भी हो, कोयलांचल में गोली और बंदूक खिलौने के रूप में उपयोग किया जा रहा है. पुलिस फायरिंग गैंग से परेशान है तो आउटसोर्सिंग कंपनियों में अपराधी तत्व गोली और बम चलकर अपनी दबंगता कायम कर रहे है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो