धनबाद(DHANBAD) : धनबाद की भाजपा अब बदली-बदली सी दिख रही है. शुक्रवार को धनबाद की झरिया में इसका उदाहरण भी दिखा. झरिया में कार्यकर्ताओं ने महानगर जिला अध्यक्ष को हटाने की मांग कर डाली. यह सब हुआ अग्रवाल धर्मशाला झरिया में. दरअसल, भाजपा की अंदरूनी राजनीति का यह सब प्रतिफल है. धनबाद जिला ग्रामीण भाजपा समिति की घोषणा के बाद धनबाद जिला महानगर कमेटी की घोषणा दो-तीन दिन पहले की गई है. इसके अलावा कई मंडल अध्यक्षों को भी बदल दिया गया है. नतीजा हुआ है कि विरोध के स्वर फूट रहे है.
झरिया की अग्रवाल धर्मशाला में आक्रोशित थे कार्यकर्ता
कार्यकर्ता सीधे मांग कर रहे हैं कि महानगर जिला अध्यक्ष को हटाया जाए. यह अलग बात है कि प्रदेश समिति तक यह बात किस स्तर से पहुंचाई जा रही है, इसका खुलासा नहीं हुआ है. लेकिन महानगर जिला कमेटी के गठन को लेकर विरोध तेज हो गया है. यह विरोध चुनाव के ठीक पहले शुरू हुआ है. पहले से ही यह आशंका थी कि अब "आजाद शत्रु" की ख्याति अर्जित किये पूर्व सांसद पशुपतिनाथ सिंह के समय वाली भाजपा नहीं है. अब भाजपा बदल गई है. नतीजा है कि खुलेआम विरोध के स्वर आज सुनाई दिए है. धनबाद जिला भाजपा में रार अब तेज होता दिख रहा है.
ग्रामीण जिला कमिटी की घोषणा पर भी विरोध हुआ था
ग्रामीण जिला कमिटी की घोषणा पर भी विरोध हुआ था. महानगर की घोषणा होने पर भी विवाद और विरोध बढ़ने की संभावना थी,जो आज सच साबित हुई. 23 सदस्य वाली धनबाद भाजपा ग्रामीण जिला कमेटी की घोषणा होते ही विरोध शुरू हो गया था. कहा गया था कि नई कमेटी में सिर्फ सिंदरी विधानसभा क्षेत्र से 11 पदाधिकारी है. इनमें जिला अध्यक्ष के अलावा दो महामंत्री तथा चार उपाध्यक्ष शामिल है. लोकसभा चुनाव के पहले से ही धनबाद जिला महानगर और ग्रामीण कमेटी का गठन पेंडिंग था. पहले कहा गया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल इसे स्थगित रखा गया है. लोकसभा चुनाव के बाद इसकी घोषणा की जाएगी. घोषणा तो हो गई, लेकिन विरोध भी शुरू हो गया है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो