धनबाद(DHANBAD): अब तो यह तय माना जा रहा है कि फरवरी में भाजपा के संगठन में बदलाव होगा. प्रदेश अध्यक्ष भी बदल सकते है. नीचे स्तर पर भी बदलाव हो सकता है. तो क्या धनबाद महानगर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष भी बदले जाएंगे? चुनाव के पहले धनबाद महानगर अध्यक्ष को बदले जाने के लिए भाजपा का एक गुट आंदोलन किया था. झरिया से लेकर बाघमारा तक बैठक हुई थी. पुतला दहन भी किया गया था. दरअसल, यह गुट चाहता था कि महानगर अध्यक्ष पद से श्रवण राय को हटाया जाए और किसी दूसरे को यह पद दिया जाए. इसके लिए धनबाद से लेकर रांची तक नेताओं ने दौड़ भी लगाई थी. लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. लेकिन अब भाजपा की हार के बाद समीक्षा बैठक में यह बात लगभग तय हो गई है कि फरवरी महीने में संगठन का बदलाव किया जाएगा.
महानगर के अधीन आने वाली तीनो सीट भाजपा ने जीत ली है
एक तरह से देखा जाए तो धनबाद महानगर के अधीन आने वाली तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा की जीत हुई है. यह सीटें हैं -धनबाद, झरिया और बाघमारा जबकि ग्रामीण जिला अध्यक्ष के अधीन आने वाली निरसा , सिंदरी और टुंडी में भाजपा की हार हुई है. ऐसे में यह सवाल उठना बहुत स्वाभाविक है कि महानगर जिला अध्यक्ष पहले बदले जाएंगे कि पहले ग्रामीण जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे. 2019 के चुनाव में निरसा सीट भी भाजपा के पास थी तो सिंदरी सीट भी भाजपा के खाते में थी. केवल टुंडी सीट पर भाजपा की जीत हुई थी.
2024 में भाजपा ने कांग्रेस से झरिया सीट ले ली है
जबकि पिछले चुनाव में धनबाद सीट भाजपा के पास तो थी ही, झरिया सीट कांग्रेस के पास थी लेकिन 2024 के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से झरिया सीट छीन ली है. बाघमारा सीट पर 2019 के चुनाव में ढुल्लू महतो चुनाव जीते थे. लेकिन धनबाद से सांसद चुन लिए जाने के बाद बाघमारा में खाली हुई सीट पर उनके भाई शत्रुघ्न महतो को पार्टी ने टिकट दिया और उन्होंने जीत दर्ज की है. यानी महानगर की तीनों सीट भाजपा ने जीत ली है. जबकि ग्रामीण की तीनों सीट बीजेपी हार गई है. ऐसे में महानगर जिला अध्यक्ष को हटाने की मांग करने वाले नेताओं को कितना बल मिलेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो