रांची (RANCHI) : सोशल मीडिया प्लेटफार्म टेलीग्राम के जरिए कई ग्रुप बनाकर चाइल्ड पॉर्नोग्राफी परोसने का मामला प्रकाश में आया है. फिलहाल इस मामले की जांच में सीआईडी तफ्तीश से जुट गई है. जानकारी के अनुसार राज्य के बच्चों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर पैसे लेकर चाइल्ड पॉर्नोग्राफी उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें 7 से 14 वर्ष के बच्चों के होने की बात सामने आई है.
जानिए कैसे सामने आया पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रांची के बाल अधिकार कार्यकर्ता के द्वारा इस मामले में स्टिंग कर इसका खुलासा किया गया. दरअसल रांची में बाल अधिकार कार्यकर्ता को 28 अगस्त की सुबह इस बात की जानकारी मिली थी जिसमें टेलीग्राम पर उसे एक मैसेज आता है, जिसमें चाइल्ड सेक्स पॉर्नोग्राफी वीडियोज चाहिए लिखा होता है. जब वह हां लिख देते है तो एप के एडमिन के द्वारा उसे एक लिंक भेजा जाता है. जिसमें एक डेमो वीडियो भेज दिया जाता है. डेमो वीडियो भेजने के बाद उस से 220 से 8000 रुपए की मांग की गई थी. यह देख कार्यकर्ता ने एक संस्था के द्वारा यूपीआई के जरिए ओपन ग्रुप वाले को पैसे का भुगतान कर देता है. जिसके बाद ओपन ग्रुप एडमीन के द्वारा चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के छह लिंक भेजे गए. यह देख बल कल्यान के कार्यकर्ता ने सीआईडी डीजी और सीआईडी के साइबर क्राइम थाने को इसकी जानकारी दी गई. जानकारी मिलने के बाद सीआईडी द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच में आवेदन कर्ता ने सीआईडी को बताया था कि टेलीग्राम एप के जरिए कई ग्रुप्स बनाकर चाइलड पॉर्न कंटेट परोसा जा रहा है. जिसमें दिल्ली के सूर्या नाम का एक व्यक्ति की शामिल है.