देवघर(DEOGHAR):महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर स्थित बाबा मंदिर में देर रात तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक किया.उसके बाद भोलेनाथ के विवाह की रश्म शुरू हुई.षोडशोपचार विधि से बाबा की चतुष्प्रहर पूजा के साथ शिव विवाह सम्पन्न कराया गया.रात्रि लगभग साढ़े 10 बजे से पूरे विधि विधान से बाबा के विवाह के लिए चतुष्प्रहर पूजा शुरू की गई और मां गौरी को सिंदूर चढ़ाया गया.महाशिवरात्रि पर यहां सिंदूर चढ़ाने की अनूठी परंपरा है.बाबा बैद्यनाथ ही एक मात्र पवित्र ज्योर्तिलिंग है, जहां माता सती और भोलेनाथ के एक जगह स्थापित रहने की वजह से सिंदूर चढ़ाने की रश्म अदायगी की जाती है.इससे पहले विवाह की प्रक्रिया शुरू करने पर बाबा को स्नान कराया गया और फिर दूध, दही, घी,मधु, सहित अन्य पूजा सामग्रियों के साथ पूजा की गई.इस तरह पूरे विधि-विधान से बाबा की चार प्रहर पूजा सुबह तक सम्पन हुई.इससे पहले बाबा मंदिर परिसर से पूरे गाजे बाजे के साथ बाबा बैद्यनाथ की पारंपरिक बारात निकाली गई.बारात में पुरोहितों के अलावा स्थानीय लोग भी शामिल हुए.
शिवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा निकाली गई भव्य शिव बारात
महाशिवरात्रि के अवसर पर पिछले लगभग तीन दशक से शिवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा भव्य शिव बारात निकाली जाती है.इसी कड़ी में कल भी निकाली गई.नशा मुक्ति को ध्यान में रखते हुए निकली शिव बारात में लाखों लाख लोग शामिल हुए.लगभग 2 किलोमीटर लंबी निकली बारात में 111 झांकिया शामिल की गई थी.झांकिया देखकर ऐसा लग रहा था जैसे धरती पर देवलोक उतर आया हो.घोड़ा, ऊंट, बैंड बाजे के साथ निकली भव्य शिव बारात में स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे सपरिवार, समिति के सेवायत सुनील खवाड़े, भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव निरहुआ, आम्रपाली दुबे और रितेश पांडे इत्यादि भी शामिल हुए.
प्रशासन रही मुस्तैद,डीसी कर रहे थे मोनिटरिंग
महाशिवरात्रि पर पहले बाबा मंदिर में उमड़ी भीड़ फिर शिव बारात में शामिल होने आए लोगों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी से काम की.कही से भी किसी प्रकार की कोई घटना की सूचना नही मिली.लगातार पुलिस और प्रशासन अपना कर्तव्य का पालन करते हुए दिखाई दिए.उपायुक्त विशाल सागर द्वारा हर गतिविधि की मॉनिटरिंग की जा रही थी.सुरक्षित और सुलभ जलार्पण और शिव बारात संपन्न होने के बाद ही सभी ने राहत की सांस ली.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा