देवघर (DEOGHAR) : देवघर शहरी क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा का उठाव और उसका अवशिष्ट प्रबंधन का जिम्मा MSMW कंपनी को दिया गया है. लेकिन कंपनी प्रबंधन की अड़ियल रवैया और सरकार के निर्देश को दरकिनार कर अपने ही नियम कानून से कार्य कर रही है. इतना ही नहीं MSMW कंपनी प्रबंधन द्वारा शुरू से ही अपने कर्मियों का शोषण करते आ रही है. पिछले 4-5 सालों से कचरा अवशिष्ट प्रबंधन कर मुनाफा कमाने वाली यह कंपनी अपने कर्मियों के प्रति कितना उदासीन है. इसका प्रमाण यह है कि पिछले एक सप्ताह से लगभग 300 कचरा उठाने वाली गाड़ियों के ड्राइवर और हेल्पर हड़ताल पर है. इसी के तहत शुक्रवार को कर्मियों ने पैदल विरोध मार्च निकाला. पुराना सरकारी बस डिपो स्थित MSMW का अस्थायी कार्यालय से निकली विरोध मार्च विभिन्न चौक चौराहे से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंची. जहां उपायुक्त को कर्मियों ने अपनी मांग पत्र सौंपा. विरोध मार्च के दौरान कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. अगर इनकी मांगे जल्द पूरा नहीं होने पर कर्मियों द्वारा आमरण अनशन करने की चेतावनी दी जा रही है.
हड़ताल के कारण चारों तरफ फैली गंदगी
इनके हड़ताल पर चले जाने से डोर टू डोर कचरा का उठाव नहीं हो पा रहा है. घर,प्रतिष्ठान इत्यादि जगह कचरा जमा होने के कारण चारों ओर बदबू फैल रहा है. हड़ताली कर्मी अपनी 9 सूत्री मांगों के समर्थन में पिछले एक सप्ताह से कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ रहे हैं. इनकी मुख्य मांगो में पूरा बेतनमान देना, ESIC का लाभ देना,पीएफ की जानकारी उपलब्ध कराना,कर्मियों को ड्रेस और किट देना इत्यादि है. कर्मियों की माने तो जब से कंपनी में काम शुरू हुआ है तब से तय बेतनमान का आज तक भुगतान नहीं किया गया है. न ही किसी कर्मियों को ESIC का लाभ और पीएफ की जानकारी दी गई है. पिछले एक सप्ताह से हड़ताल के दौरान कर्मियों द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन भी चलाया जा रहा है.
रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर