देवघर(DEOGHAR): वैसे तो सावन का हर दिन शिव आराधना के लिए शुभ माना जाता है,लेकिन सावन की सोमवारी को पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण का खास महत्व होता है.आज दूसरी सोमवार के साथ साथ नवमी तिथि पड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है.यही कारण है की बाबाधाम में आस्था का जनसैलाब उमड़ रहा है. जिला उपायुक्त विशाल सागर देर रात से सारी गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं.
आज के दिन पूजा अर्चना से संपुष्ट सिद्धि मिलेगी
आज सावन की दूसरी सोमवारी है और तिथि के अनुसार श्रावण मास कृष्ण पक्ष की नवमी है जिसे शिव आराधना के लिए सर्वोत्तम तिथि माना जाता है. जानकर की मानें तो 9 के बाद कोई अंक नही आता है. 0 से 9 तक की संख्या में 9 सिर्फ 3 से पूर्ण रूप से विभाजित होता है. बाबाधाम के वरिष्ठ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्रा के अनुसार 3 शक्ति में लक्ष्मी, काली और सरस्वती आती है. 3 देव में ब्रह्मा, विष्णु और महेश.3 लोक में स्वर्ग, नरक और पृथ्वी. प्रकृति के अनुसार 3 में अग्नि,जल और वायु है. ये सभी शिव में समाहित है. यही कारण है कि दूसरी सोमवारी को दिन और तिथि के इस दुर्लभ संयोग पर पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग की आराधना से सभी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
पढ़ें क्यों सावन की दुसरी सोमवारी का इतना महत्व माना जाता है
जानकारों केअनुसार श्रावण की दूसरी सोमवारी का एक खास महत्व यह भी है कि समुद्र मंथन में श्रावण के दूसरे सोमवार को ऐरावत हाथी की प्राप्ति हुई थी जो धन और वैभव का प्रतीक माना जाता है. यही वजह है कि आज लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करने देवघर पहुंचे हैं. खासकर महिलाओं की संख्या भी कम नही दिखाई दे रही है.सावन में पार्थिव शिवलिंग की पूजा से संतान प्राप्ति, धन, व्यापार में वृद्धि,ऋण मुक्ति, उधारी पैसा का आगमन में लाभदायक होता है.सावन के पावन माह भर अगर कोई भी व्यक्ति अपने घर मे पार्थिव शिवलिंग की पूजा करेगा तो उसे मनचाहा मन्नत पूरी होती है.
पढ़ें आज पूजा करने से किस फल की प्राप्ति होती है.
वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्रा बताते है कि अगर सावन में पार्थिव शिवलिंग पर दूध, दही,घी,मधु, शक्कर,चीनी, जल, इत्र, पुष्प, चावल,चंदन, नैवेद्य, वस्त्र, इत्यादि से भक्ति भाव से पूजा अर्चना करने पर भगवान भोलेनाथ सुनी कोख भर देते है,चहुओर से धनागमन, अवरुद्ध व्यापार चलने लगेगा, कितना भी ऋण हो उससे मुक्ति मिलेगी और अगर किसी को उधारी दिए हैं और अथक प्रयास के बाद भी वापस नही हो रहा है तो वो भी जल्दी बिना बोले उधारी राशि मिल जाएगी.आज सावन मास की सोमवारी और नवमी तिथि है आज जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करेंगे उन्हें संपुष्ट सिद्धि की प्राप्ति होगी.
अपार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उपायुक्त कर रहे हैं निगरानी
दूसरी सोमवारी के इसी खास महत्व के कारण आज मंदिर में अहले सुबह से ही अपार भीड़ जुटी है.बाबा के प्रति इस अदभुत और अटूट आस्था का आलम यह है कि देर रात से ही श्रद्धालुओं की कतार बाबा मंदिर से रुट लाइन में लगभग 12 किलोमीटर से लंबी लग चुकी थी.आज सुबह 4 बजकर 2 मिनट में बाबा मंदिर का पट श्रद्धालुओं के जलापर्ण के लिए खोल दिया गया था.पट खुलते ही कतारवर्द्ध तरीके से सुरक्षित और सुलभ जलापर्ण अनवरत जारी है.उम्मीद की जा रही है कि भीड़ का आंकड़ा ढाई से तीन लाख के आसपास चला जायेगा.इस आपार भीड़ को कतारवद्ध पूजा कराना प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती है.इसके लिए बड़ी संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.कई आला अधिकारी लगातार भीड़ पर नज़र रख रहे हैं.खासकर जिला के उपायुक्त विशाल सागर देर रात से ही पूरा मेला क्षेत्र की निगरानी कर रहे है.बाबानगरी का पूरा वातावरण बोल बम और हर हर महादेव के जयकारों से गूंज रहा है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा