देवघर(DEOGHAR): देवघर के युवा इनदिनों नशे के गिरफ्त में है. आए दिन पुलिस कहीं न कहीं से प्रतिबंधित नशा का सामान बरामद करती है.नशे के विरुद्ध पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाने के बाबजूद नशे के कारोबारियों के हौसले बुलंद है. चाहे गांजा हो या ड्रग्स इसका सेवन युवाओं द्वारा किया जा रहा है. कभी कभी नशा आपराधिक वारदात भी करवा देता है. ऐसा ही मामला देवघर में देखने को मिला है.पिछले 13 मई को आर्यन कुमार नाम एक लड़का का शव नगर थाना के नंदन पहाड़ तालाब से बरामद हुआ था.पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर जब जांच शुरू की तो कई चौकाने वाली बात सामने आई. लड़का की हत्या उसके दोस्तों ने नशे की हालत में कर दी थी. सदर एसडीपीओ रित्विक श्रीवास्तव ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि आर्यन की हत्या करने वाला उसका दोस्त हवालात पहुंच गया है.
लड़की,पैसा और ड्रग्स ने आर्यन की ली जान
आर्यन और इसका दोस्त अभिषेक 13 मई को नगर थाना क्षेत्र के बरमसिया से ब्राउन शुगर लिया.ड्रग्स जिससे लिया था उससे आर्यन की लड़ाई पैसों की लेनदेन की वजह हो गयी.फिर आर्यन और अभिषेक वहां से ब्राउन शुगर का सेवन करने नंदन पहाड़ की ओर चल दिये.इसी बीच आर्यन के मोबाइल पर किसी लड़की का फोन आया और वो उससे बातें करने लगा.बरमसिया से नंदन पहाड़ जाते वक्त रास्ते मे कुछ और दोस्त आर्यन और अभिषेक के साथ हो लिए.इधर आर्यन लगातार मोबाइल पर लड़की से बात कर रहा था.नंदन पहाड़ पहुंच कर सभी दोस्तों ने ब्राउन शुगर का सेवन करने लगा,नशा जब परवान चढ़ने लगी तभी आर्यन के मोबाइल पर फिर से किसी लड़की का फ़ोन आया. आर्यन के दोस्तों ने भी लड़की से बात कराने की जिद्द करने लगा, लेकिन आर्यन ने किसी भी दोस्त को लड़की से बात नहीं करवाया.इसी बात को लेकर आर्यन के दोस्त गुस्सा हो गए.तब आर्यन के दोस्तो ने पैसा का बात छेड़ दिया और बहस शुरु हुई. इसी दौरान आर्यन और उसके दोस्तों में मारपीट शुरू हुई. चोटिल होने के बाद दोस्तों ने आर्यन को नंदन पहाड़ तालाब में धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी.
पढ़ें मामले पर एसडीपीओ ने क्या कहा
सदर एसडीपीओ रित्विक श्रीवास्तव ने बताया कि आर्यन और इसका गहरा दोस्त अभिषेक प्रतिदिन ब्राउन शुगर का नशा करता था. नशे की हालत में आर्यन को दोस्तों ने तालाब में धकेल दिया था, जिसका मुख्य अभियुक्त अभिषेक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बाकी बचे दोस्तो को पुलिस गिरफ्तार करने का अभियान जारी रखी हुई है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा