धनबाद(DHANBAD): साइबर अपराध के मामले में जामताड़ा से भी आगे निकल गया है देवघर जिला. सर्वाधिक साइबर ठगी के कॉल देवघर से हो रहे हैं .देवघर हाल फिलहाल में साइबर ठगी के नए ठिकाने के रूप में उभरा है .यह आंकड़ा है प्रतिबिंब ऐप का .7 नवंबर को केंद्रीय मंत्रालय के अधिकारियों की मौजूदगी में झारखंड की राजधानी रांची में प्रतिबिंब लॉन्च किया गया था.यह ऐप साइबर अपराधियों के खिलाफ लड़ाई में कारगर साबित हो रहा है. इसकी मदद से साइबर अपराधियों के लोकेशन की मैपिंग की जा रही है. लोकेशन भी ट्रेस किया जा रहा है और उसके बाद कार्रवाई की जा रही है .
जामताड़ा से ज्यादा साइबर अपराधी देवघर में
जानकारी के अनुसार ऐप की मदद से 7 से 20 नवंबर तक साइबर ठगी की शिकायतों की पड़ताल के बाद 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. 37 मोबाइल, 58 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं. ठगी में इस्तेमाल 15000 से अधिक नंबरों को ब्लॉक करा दिया गया है. प्रतिबिंब के रिकॉर्ड के अनुसार देश के अलग-अलग हिस्सों में ठगी के सर्वाधिक कॉल जामताड़ा की बजाय देवघर से किए जा रहे हैं. जामताड़ा, देवघर के अलावा झारखंड और बंगाल के सिमाई इलाके से भी कॉल किए जा रहे हैं. बंगाल के 24 परगना जिले से भी ठगी की जा रही है. दिल्ली गुड़गांव, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से भी साइबर ठगी की जा रही है. छोटे-छोटे शहरों ही नहीं, मेट्रोपॉलिटन सिटी से भी साइबर ठगी की जा रही है.
ईजी गोइंग मनी के चक्कर में नए उम्र के लड़के बन रहे साइबर अपराधी
साइबर ठगी करने वाले लगातार अपने तरीके को बदल रहे हैं .अभी हाल फिलहाल में ही गिरिडीह पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया, जो न्यूड वीडियो के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करते थे. इस गैंग में दो सगे भाई भी शामिल थे. साइबर अपराधियों के खिलाफ जो भी कार्रवाई हो रही है ,उसका तोड़ निकालकर साइबर अपराधी धंधे में व्यस्त और मस्त हैं. ईजी गोइंग मनी के चक्कर में नए उम्र के लड़के इस ओर जा रहे हैं. पढ़ाई लिखाई के समय नई उम्र के लड़के आराम की जिंदगी जीने के लिए साइबर ठगी के काम में दिन-रात जुड़े हुए हैं. यह अपराध अब किसी राज्य, किसी जिले की नहीं बल्कि देश की समस्या बनता जा रहा है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो