देवघर (DEOGARH) : आज की महिलाएं पुरुषों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं. झारखंड की बेटी ने कुछ ऐसा ही साबित कर दिखाया है. झारखण्ड के देवघर की महिला निकिता कुमारी को गुजरात में आयोजित इंडियन डेयरी एसोशिएशन के 49 वां डेयरी इंडस्ट्री कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में पूर्वी क्षेत्र से ‘Best Women Dairy farmer in the country Award’ से नवाजा गया है. यह सम्मान निकिता को डेयरी के क्षेत्र में उम्दा कार्य करने के लिए दिया गया है. यह पुरस्कार केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला जी के द्वारा दिया गया है. निकिता महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन कर उभरी हैं. निकिता की सफलता से झारखण्ड किसानों में आपार खुशी है.
पति को दिया सफलता का श्रेय
निकिता देवघर के मधुपुर की रहने वाली है. वर्तमान में उसके पास 26 गायें है. इसके अतिरिक्त इनके पास तीन भैंस एवं 14 बछिया भी हैं. निकिता के यहाँ लगभग 160 लि० दूध प्रतिदिन उत्पादन होता है. वह इसे मेधा डेयरी के कडबिंधा दुग्ध संग्रहण केंद्र, मधुपुर में बेचकर प्रतिमाह लगभग 1.5 लाख रुपया कमाती हैं. आनेवाले समय में इनका लक्ष्य खुद का 500 लि० दूध उत्पादन कर गाँव में ही दुग्ध शीतलक केंद्र की स्थापना करने का है. निकिता ने बताया उसके कार्यों में इनके पति बृज किशोर यादव भी बराबर हाथ बटाते हैं. निकिता ने अपने इस सफलता का श्रेय अपने पति बृज किशोर यादव एवं मेधा डेयरी प्रबंधन को दिया है.
जिंदगी में आया बदलाव
निकिता बताती हैं कि कडबिंधा गाँव में वर्ष 2018 में मेधा डेयरी का दुग्ध संग्रहण केंद्र खुलने के बाद से उसकी ज़िदगी में बदलाव आया. जिसका परिणाम उन्हे आज सम्मानित किया गया. मेधा के संग्रहण केंद्र में दूध बेचने से दूध का उचित मूल्य पर भुगतान निर्धारित समय से अपने बैंक खाता में प्राप्त हो जाता है. साथ ही साथ मेधा पशु-आहार द्वारा उचित मूल्य गाँव के स्तर पर ही मिल जाता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
