देवघर(DEOGHAR): अगर आपको बिजली विभाग के पदाधिकारी बनते हुए किसी का फ़ोन आता है तो सावधान होने की आवश्यकता है. क्योंकि बिजली विभाग के पेमेंट ऑनलाईन महावितरण साइट से कंज्यूमर का नाम मोबाइल नंबर प्राप्त कर फ़र्ज़ी बिजली पदाधिकारी बन बकाया बिल होने की बात करते हुए आपको झांसे में लेकर आपका बैंक खाता से राशि हड़प लिया जा सकता है. इसके अलावा फ़र्ज़ी कस्टमर केयर, बैंक,सरकारी पदाधिकारी बनकर साइबर अपराधी द्वारा अपनी मीठी मीठी बातों में आपको फंसाकर आपसे बैंक डिटेल लेकर आपके खून पसीने की कमाई पर हाथ साफ कर देगा. कुछ इसी तरह के मामले में देवघर साइबर पुलिस ने 10 शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है.
4 थाना क्षेत्र से हुई गिरफ्तारी
देवघर पुलिस को साईबर अपराधियों के एक गैंग का उदभेदन करने में सफलता मिली है. जिला के एसपी अजित पीटर डुंगडुंग को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कुंडा, मोहनपुर, करौं और मधुपुर थाना अंतर्गत अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर पुलिस ने 10 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार 10 में से एक बिहार के नवादा जिला के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है जो पिछले कुछ माह में देवघर में रहकर साइबर क्राइम को अंजाम दिया करता था.
ये समान को पुलिस ने किया बरामद
देवघर साइबर थाना पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 4 थाना क्षेत्र में चलाया गया अभियान में 10 शातिरों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से पुलिस ने 27 मोबाइल फोन,38 सिम ,1 एटीएम कार्ड,2 पासबुक,1 नोटबुक और 3 मोटर साइकिल बरामद की हैं. जब्त सिम में 4 ऐसे नम्बर मिला है जो पुलिस के प्रतिबिंब एप में भी है।पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से उनके गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी लेते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दी है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा