रांची (RANCHI) : आज से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. मौजूदा विधानसभा का यह आखिरी सत्र है. ऐसे में हंगामे के आसार हैं. इस आखिरी सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के आक्रामक होने की उम्मीद है. विपक्ष बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा जोर-शोर से उठा सकता है. इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश होगी. इसके साथ ही रोजगार और नियुक्तियों के मामले में विपक्ष सरकार से जवाब मांगेगा. वहीं, सत्ता पक्ष नीट पेपर लीक, नीति आयोग की बैठक, कोयले पर राज्यों का 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया और कानूनों में संशोधन का मुद्दा उठाएगा.
गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि उन्हें बैठक में नहीं बुलाया गया. विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों की बैठक बुलाई है, इसकी कोई सूचना मुझे या मेरे किसी सहयोगी को नहीं दी गई. बैठक के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है. जनहित के मुद्दे पर हम समझौता नहीं करेंगे. इस सरकार की जनविरोधी और दमनकारी नीति का विरोध किया जाएगा. सदन में जनता के सवालों का जवाब मांगा जाएगा.
29 जुलाई को पेश होगा पहला अनुपूरक बजट
झारखंड विधानसभा का चालू सत्र छह कार्य दिवसों का है. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पहला अनुपूरक बजट 29 जुलाई को पेश किया जाएगा. अगले दिन अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. चालू सत्र में सरकार विधेयक भी ला सकती है. आखिरी दिन गैर सरकारी संकल्प होंगे. विधानसभा में अलग-अलग विषयों पर चर्चा की भी मांग की जा रही है.