रांची(RANCHI): झारखंड में बंगलदेशी घुसपैठ के मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट ने संथाल परगना प्रमंडल के उपायुक्तों के द्वारा दायर की गई रिपोर्ट पर नाराजगी जताया है. अब इस मामले पर झारखंड में राजनीति भी तेज हो गई है. एक पक्ष है जो यह संदेश देने में लगा है कि कोई घुसपैठ हुआ ही नहीं है. लेकिन इसे भाजपा ने बड़ा मुद्दा बताया है. दावा किया है कि जब मामला कोर्ट में चल रहा है तो जल्द ही सारी चीजे साफ हो जाएगी.
राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि बंगलदेशी घुसपैठ का मामला झारखंड हाई कोर्ट में चल रहा है. कोर्ट पर उम्मीद और विश्वास है कि इस घुसपैठ के मामले में कोर्ट कोई निर्णय जल्द लेगी. आखिर संथाल परगना में जिस तरह से सरकार के संरक्षण में बंगलदेशी को पोषा जा रहा है. यह आने वाले दिनों में देश और राज्य के लिए घातक होगा. उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारी भी पार्टी के जैसा काम कर रहे है. जो हकीकत और सच्चाई है उसे छुपाने में लगे है. लेकिन अब मामला कोर्ट के पास है तो न्याय जरूर होगा.
उन्होंने कहा कि राजमहल विधानसभा क्षेत्र मेन 2014-19 में 8 हजार मतदाता बढ़ते है जबकि 2019-24 में 24 हजार से अधिक नाम कैसे जुड़ा है. जिस परिवार में 8 लोग 2014 में थे उस परिवार में 29 सदस्य कैसे बढ़े कहाँ से आए है. आखिर सभी बूथ पर पाँच सौ से सात सौ मतदाता कहाँ से आ गए है. इस मामले को लेकर भी जिला निर्वाचन से लेकर केन्द्रीय चुनाव आयोग को भी लिखित देने का काम किया गया है. किसी भी कीमत पर राज्य में बढ़ रहे घुसपैठ पर आवाज उठाते रहेंगे.
अनंत ओझा ने कहा कि मुसलमान को बांग्लादेशी घुसपैठी नहीं बता रहे है. कुछ लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों में भ्रम फैला रहे है कि भाजपा मुसलमान को बांग्लादेशी बताया जा रहा है. जो ये भ्रम फैला रहे हैं उन्हें यह भी जानकारी होनी चाहिए की हम अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ और अब्दुल कलाम के जयकारे भी लगाते है. भाजपा ने कभी नहीं कहा कि सभी मुसलमान घुसपैठ है. जो लोग भ्रम फैला कर गलत संदेश दे रहे है उन्हे यह बताना चाहिए कि कैसे झारखंड में बांग्लादेशी को बसा कर स्थानीय अल्पसंख्यक के हक और अधिकार को मारा जा रहा है. यह घुसपैठ किसी धर्म और मजहब नहीं बल्कि पूरे समाज और देश के लिए घातक है.