धनबाद (DHANBAD) : साइबर अपराधी उपभोक्ताओं को तो परेशान कर ही रहे हैं, लेकिन पुलिस भी इन से कम परेशान नहीं है. लोगों की समस्या है कि एक मामले को लेकर वह सचेत होते हैं तो साइबर अपराधी दूसरे तरीके ढूंढ लेते हैं. कोयलांचल में अभी बिजली बिल के भुगतान पर लोगों का ठगने का खेल चरम पर है. उपभोक्ताओं को लगातार मोबाइल पर संदेश मिल रहे हैं कि बिजली का भुगतान कर दीजिए अन्यथा आज रात से ही उनकी लाइन काट दी जाएगी. जो उपभोक्ता सचेत हैं, वह तो इस पर कोई रिएक्शन नहीं करते लेकिन कुछ लोग उनके द्वारा दिए गए मोबाइल पर बात करते हैं. उसके बाद तो उनके खाते से राशि निकाल ली जाती है. ऐसा ही एक दिलचस्प मामला सामने आया है. सराय ढेला के एक उपभोक्ता साइबर ठगी के शिकार हुए. जब इसकी जांच पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि चेन्नई के सिम से ठगी की गई है.
गिरिडीह के बैंक में जमा किया गया ठगी का पैसा
उपभोक्ता के नंबर पर कॉल करने वाला जामताड़ा में बैठा हुआ था. ठगा गया पैसा वह पहले नवादा में भेजा गया, फिर उसको गिरिडीह के बैंकों में भेजकर बटवारा की गई. जानकारी के अनुसार उपभोक्ता ने जब सिम का कैफ निकाला तो यह तमिलनाडु का मिला. लोकेशन ट्रैक किया तो जामताड़ा का पाया गया. इसके बाद ठगी के पैसे का ट्रांसफर अकाउंट की जांच की गई तो राशि बिहार के नवादा के बैंक में भेजा गया. वहां से फिर गिरिडीह के अकाउंट में ट्रांसफर हुआ. गिरिडीह से फिर इस राशि को कई लोगों के अकाउंट में ट्रांसफर करा दिया गया. पुलिस की जांच में यह खुलासा हो रहा है कि साइबर अपराधी ठगी कर रहे हैं और इसमें कई दलाल शामिल हैं. बैंकों के शामिल होने की बात सामने आ रही है. बैंक एजेंट ही साइबर अपराधियों अकाउंट नंबर देते हैं और फिर ठगी के पैसे निकालने का भी काम कर रहे हैं. पुलिस अकाउंट का पता लगा रही है. शिकायत है कि बल्क में मैसेज भेजे जा रहे हैं. ठगी के शिकार वही हो जाते हैं जो मैसेज में दिए गए मोबाइल नंबर पर बात करते हैं.
पुलिस ने की सर्तक रहने की अपील
पुलिस लोगों को सचेत कर रही है कि मैसेज को इग्नोर करें, उन पर ध्यान नहीं दें. अगर बिजली की कोई परेशानी है तो सीधे बिजली विभाग से संपर्क करें. आज के दिन में उपभोक्ताओं के लिए बिजली इतनी जरूरी हो गई है कि बिजली कटने के नाम पर ही उपभोक्ता परेशान हो जाते हैं और आनन-फानन में दिए गए नंबर से संपर्क करते हैं. उसके बाद वह ठगी के शिकार हो जाते हैं. कोयलांचल में लगातार इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद